![मामला दबाने, सबूत मिटाने और जांच टरकाने... वो 7 सवाल जिनके जवाब ममता से चाहते हैं लेडी डॉक्टर के पेरेंट्स](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202409/66da998e56257-hold-candles-protesting-against-rape-and-murder-of-doctor-at-government-hospital-in-kolkata-065628765-16x9.jpg)
मामला दबाने, सबूत मिटाने और जांच टरकाने... वो 7 सवाल जिनके जवाब ममता से चाहते हैं लेडी डॉक्टर के पेरेंट्स
AajTak
कोलकाता कांड में ट्रेनी महिला डॉक्टर के माता-पिता ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिवार का कहना है कि पुलिस ने शुरू से ही मामले को दबाने की कोशिश की. पहले हमें बॉडी नहीं देखने दी. फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने में थाने में इंतजार करना पड़ा. जब शव सौंपा गया तो एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने हमें मुंह बंद करने के लिए पैसे ऑफर किए. नए आरोपों के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पुलिस की भूमिका अब और संदिग्ध हो गई है.
पश्चिम बंगाल में कोलकाता कांड चर्चा में है. जिस ट्रेनी लेडी डॉक्टर का 'रेप और मर्डर हुआ, उसके पिता ने गुरुवार को सनसनीखेज आरोप लगाकर एक बार फिर पुलिस को सवालों में खड़ा कर दिया है. पिता ने आरोप लगाया है कि 9 अगस्त को जब पुलिस ने उनकी बेटी का शव उन्हें सौंपा तो एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने उन्हें पैसे लेने का ऑफर दिया. कोलकाता पुलिस ने इस पूरे मामले को दबाने की पूरी कोशिश की. हालांकि, सत्तारूढ़ TMC ने इन आरोपों को गलत बताया है. नए आरोपों के बाद अस्पताल प्रशासन से लेकर पुलिस तक पर सवाल खड़े हो रहे हैं, जिनके जवाब नहीं मिल रहे हैं?
ये पूरी घटना 9 अगस्त को सामने आई थी. 31 साल की ट्रेनी लेडी डॉक्टर का शव आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की तीसरी मंजिल पर स्थित सेमिनार हॉल में मिला था. उसके शरीर से कपड़े गायब थे. खून बह रहा था. शरीर में चोटों के निशान थे. पुलिस ने आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. मामला हाईकोर्ट पहुंचा तो कोर्ट ने सवाल उठाए और मामले को पुलिस से सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया. उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले को स्वत: संज्ञान लिया और सरकार से लेकर पुलिस-अस्पताल प्रशासन को कड़ी फटकार लगाई थी.
पीड़ित परिवार का क्या कहना है?
पीड़िता के पिता का कहना है, कोलकाता पुलिस ने जल्दबाजी में शव का अंतिम संस्कार कराकर मामले को दबाने की कोशिश की. हमें बेटी का शव नहीं देखने दिया और घंटों पुलिस स्टेशन में इंतजार कराया. पोस्टमार्टम के बाद हमें शव सौंपा गया. इसी दरम्यान एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी (DCP) ने हमें मुंह बंद करने के लिए पैसे ऑफर किए, लेकिन हमने इससे इनकार कर दिया. पुलिस के ऑफर से परिवार हैरान था. चूंकि उस वक्त परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूटा था, इसलिए जवाब नहीं दे पाए थे. अब उस अफसर का नाम सीबीआई को बता दिया है. परिजन का सवाल था कि पुलिस क्यों पैसे देना चाहती थी? वो किसे बचाना चाहती थी? इसका जवाब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को देना चाहिए.
यह भी पढ़ें: 'मां मुझे पैसे की जरूरत नहीं है, बस मुझे...', बिटिया की वो अधूरी ख्वाहिश और कोलकाता कांड की पीड़िता की मां का दर्द
परिवार कहता है कि जब तक अंतिम संस्कार नहीं हुआ, 300-400 पुलिस वालों ने हमें घेर रखा था, लेकिन अंतिम संस्कार हो जाने के बाद वहां एक भी पुलिस वाला नहीं दिखा. परिवार क्या करेगा, कैसे घर जाएगा? पुलिस ने कोई जिम्मेदारी नहीं ली. जब घर में बेटी का शव माता-पिता के सामने पड़ा था और हम आंसू बहा रहे थे, तब पुलिस पैसे का ऑफर दे रही थी, क्या यही पुलिस की मानवता है?
![](/newspic/picid-1269750-20250206165538.jpg)
दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल में बीजेपी को बड़ी जीत मिलने के संकेत मिल रहे हैं. आम आदमी पार्टी को भ्रष्टाचार के आरोपों और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. सर्वे के अनुसार बीजेपी को 50 से अधिक सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि आम आदमी पार्टी 20 से कम सीटों पर सिमट सकती है.
![](/newspic/picid-1269750-20250206164103.jpg)
दिल्ली दंगों के समय आम आदमी पार्टी की भूमिका पर सवाल उठे हैं. अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने पुलिस स्टेशन का दौरा किया था. भाजपा और कांग्रेस पर आरोप लगे कि वे दंगों के दौरान निष्क्रिय रहे. आम आदमी पार्टी ने अपने कोर वोटर मुस्लिम समुदाय का समर्थन खो दिया है. सर्वे के अनुसार, 83% मुस्लिम वोट आम आदमी पार्टी के पक्ष में थे, जो अब घटकर 20% रह गए हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250206162341.jpg)
अरविंद केजरीवाल ने एग्जिट पोल्स पर प्रतिक्रिया देते हुए एक्स पर लिखा, कुछ एजेंसीज दिखा रही हैं कि गाली गलौज पार्टी की 55 से ज्यादा सीट आ रही हैं. पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों के पास फोन आ गए हैं कि 'AAP' छोड़ के उनकी पार्टी में आ जाओ, मंत्री बना देंगे और हर किसी को 15-15 करोड़ रुपये देंगे.
![](/newspic/picid-1269750-20250206162028.jpg)
अमेरिका से प्रवासी भारतीयों को वापस भेजे जाने के मुद्दे पर विपक्षी सदन में हंगामा कर रहा है. हंगामे के कारण गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. इस बीच संसद परिसर में विपक्षी दलों के सांसदों ने प्रदर्शन किया. वे हाथों में तख्ती लिए नजर आए. इसपर लिखा था- बेड़ियों में हिंदुस्तान, नहीं सहेंगे ये अपमान. सांसद हाथ में हथकड़ी लेकर प्रदर्शन करते दिखे.