मानसून सत्र के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने बनाई रणनीति, संसद के अंदर और बाहर सरकार को घेरने का एलान
ABP News
संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान नेता दीप खत्री ने एबीपी न्यूज को बताया कि संसद के पास प्रदर्शन करने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से हर दिन एक संगठन से पांच लोग यानी करीब 500 किसान बस में बैठ कर जाएंगे.
नई दिल्ली: मानसून सत्र के दौरान केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने संसद के अंदर और बाहर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन की रणनीति बनाई है. किसान संगठनों का जत्था मानसून सत्र के दौरान रोजाना संसद के नजदीक प्रदर्शन करेगा. इसके साथ ही किसान मोर्चा विपक्षी दलों को चिट्ठी लिखकर संसद में कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज उठाने की मांग भी करेगा. संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई से शुरू हो रहा है. दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि 17 जुलाई को मोर्चा की तरफ से विपक्षी दलों को "चेतावनी पत्र" लिखा जाएगा, जिसके जरिए विपक्षी सांसदों से मांग की जाएगी कि संसद में कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज उठाएं और सरकार को जवाब देने को मजबूर करें. किसानों के दिल्ली कूच को लेकर राजेवाल ने बड़ा एलान करते हुए कहा कि 22 जुलाई से मानसून सत्र के समापन तक हर रोज संसद भवन के करीब कृषि कानूनों के विरोध में किसान प्रदर्शन करेंगे.More Related News