महालक्ष्मी पूजा: प्रकृति के हर रूप में मौजूद हैं विष्णुप्रिया, इन छोटी बातों से भरेगा धनधान्य का भंडार
ABP News
श्रीहरि भगवान विष्णु संसार के पालनहार हैं. महालक्ष्मी विष्णुप्रिया प्रकृति की प्रतीक हैं. प्रकृति के हर रूप में लक्ष्मीजी का वास है. प्रकृति सेवा से धनधान्य की देवी सबसे जल्दी प्रसन्न होती हैं.
प्रत्येक व्यक्ति धनवान और सुखी होना चाहता है. लेकिन प्रकृृति की सेवा उपासना से ही यह संभव है. महालक्ष्मी स्वयं प्रकृति के हर रूप में विद्यमान रहती हैं. पुराणों के अनुसार माता लक्ष्मी कृष्ण जन्म की कथा में वृंदावन में कहीं जगह न मिलने पर बृज की मिट्टी के कण-कण में बस गईं. इसी प्रकार गौमाता कामधेनु में सभी देवआतों का वास होने पर और स्थानाभाव उन्होंने गोबर में स्वयं का वास स्वीकार किया. भारतवर्ष में गाय के गोबर को धनधान्य से जोड़कर देखा जाता है. इसीकारण प्रत्येक शुभ अवसर पर घरों को गोबर से लीपा जाता है.More Related News