महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री धनंजय मुंडे को पड़ा दिल का दौरा, मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में कराए गए भर्ती
AajTak
Maharashtra News: एनसीपी नेता धनंजय मुंडे महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री हैं.
महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री धनंजय मुंडे की मंगलवार रात अचानक तबीयत बिगड़ गई. उन्हें इलाज के लिए मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे अपने सहयोगी मुंडे का हालाचाल जानने अस्पताल पहुंचने वाले हैं.
मुंडे ने 2019 का विधानसभा चुनाव परली विधानसभा क्षेत्र से जीता था. एनसीपी विधायक मुंडे 24 दिसंबर 2019 से महाराष्ट्र राज्य के सामाजिक न्याय और विशेष सहायता मंत्री हैं. साथ ही बीड जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं. इससे पहले उन्होंने महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता की भूमिका निभाई थी.
जनवरी 2021 में एक सिंगर ने मुंडे के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसे बाद में वापस ले लिया गया था. मुंडे ने बलात्कार के आरोपों का खंडन किया और अपने इस्तीफे की मांगों को खारिज कर दिया था. मुंडे ने दावा किया कि वह शिकायत दर्ज करवाने वाली महिला की बहन के साथ रिश्ते में हैं और यहां तक कि उस रिश्ते से उनके दो बच्चे भी थे, जो उनकी पत्नी और परिवार को पता था.
भारतीय जनता पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री रहे दिवंगत गोपीनाथ मुंडे के भतीजे धनंजय मुंडे ने अपने चाचा का साथ छोड़ते हुए 2012 में शरद पवार की एनसीपी जॉइन कर ली थी. उन्हें 2014 में NCP ने विधान परिषद का सदस्य भी बनाया था. इसके बाद उसी साल मुंडे को विधानसभा का चुनाव भी लड़ाया गया था, लेकिन पंकजा मुंडे से उन्हें मात खानी पड़ी. फिर 2019 में धनंजय ने परली सीट से चचेरी बहन पंकजा को चुनाव हरा दिया और महाविकास अघाड़ी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने.
महाराष्ट्र चुनावों के नतीजों के बाद यह सवाल बड़ा है कि अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा? देवेंद्र फडणवीस की भाजपा ने शानदार जीत हासिल की है. सवाल यह है कि क्या वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर वापस आएंगे या कोई अन्य चेहरे को मौका मिलेगा? लेकिन इन सब सवालों के बीच एक सवाल ये भी कि क्या अब M फैक्टर मतलब मुस्लिम नहीं महिला? देखें
सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना-राकांपा गठबंधन ने महाराष्ट्र चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की, तो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि नतीजों से यह मुद्दा सुलझ गया है कि असली शिवसेना कौन सी है. इस चुनाव में बड़ी हार के बाद अब 64 वर्षीय उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे के सामने अपनी पार्टी और कार्यकर्ताओं एकजुट रखने की चुनौती होगी.
मालेगांव सेंट्रल सीट से एआईएमआईएम के मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल ने जीत तो हासिल की लेकिन वो भी बेहद कम मार्जिन से. मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल को 109653 वोट मिले. वहीं, उनके जीत का मार्जिन केवल 162 वोट का रहा. उन्होंने महाराष्ट्र की इंडियन सेक्युलर लार्जेस्ट असेंबली पार्टी ऑफ़ महाराष्ट्र से उम्मीदवार आसिफ शेख रशीद को हराया. उन्हें 109491 वोट मिले.
'साहित्य आजतक 2024' के मंच पर शनिवार को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू विशेष रूप से आमंत्रित थीं. मौका था 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' के 2024 के समारोह का. इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने अलग-अलग 8 कैटेगरी में सम्मान दिए और लेखक गुलज़ार को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड प्रदान किया. देखें इस दौरान महामहीम का भाषण.
महाराष्ट्र में ऐतिहासिक जीत के बाद पीएम मोदी नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय पहुंचे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है. कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया. हमारी सरकार ने मराठी को क्लासिकल लैंग्वेज का दर्जा दिया. मातृभाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है.
भारतीय जनता पार्टी ने गठबंधन के साथ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में शानदार जीत दर्ज की है. इस मौके पर नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में जश्न का माहौल है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी पहुंचे. पीएम ने इस दौरान बताया कि महाराष्ट्र में महायुति की जीत क्यों ऐतिहासिक है? देखें.