महाराष्ट्र चुनाव को लेकर MVA की अहम बैठक, 130 सीटों पर बनी सहमति, अगली मीटिंग में विदर्भ पर होगी चर्चा
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सूत्रों के अनुसार तीनों घटक दलों ने महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों में से 120 से 130 सीटों पर सहमति बना ली है. इसके साथ ही 2019 के विधानसभा चुनाव में जो पार्टी जिस सीट से चुनाव जीती थी, वह उसी सीट पर फिर से चुनाव लड़ेगी. हालांकि पहले जीती गई लगभग 10 से 20 फीसदी सीटों पर अदला-बदली होगी.
महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर महाविकास अघाड़ी (MVA) के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बांद्रा के सोफिटेल होटल में एक अहम मीटिंग हुई. बैठक में उद्धव गुट से संजय राउत और अनिल देसाई, कांग्रेस से नाना पटोले, विजय वडेट्टीवार और बालासाहेब थोराट, जबकि शरद गुट से जयंत पाटिल और जितेंद्र आव्हाड शामिल हुए. यह बैठक करीब चार घंटे तक चली.
महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने विदर्भ क्षेत्र को छोड़कर महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग पर पहले दौर की चर्चा पूरी कर ली है.
सूत्रों के अनुसार तीनों घटक दलों ने महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों में से 120 से 130 सीटों पर सहमति बना ली है. इसके साथ ही 2019 के विधानसभा चुनाव में जो पार्टी जिस सीट से चुनाव जीती थी, वह उसी सीट पर फिर से चुनाव लड़ेगी. हालांकि पहले जीती गई लगभग 10 से 20 फीसदी सीटों पर अदला-बदली होगी.
4 घंटे तक चली बैठक में मुंबई-कोंकण, मराठवाड़ा, पश्चिम महाराष्ट्र, उत्तर महाराष्ट्र के प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र पर विस्तृत चर्चा हुई है.
दिलचस्प बात ये है कि विवादित सीटों पर एमवीए के तीनों घटक दलों (कांग्रेस, शरद गुट और उद्धव गुट) की सहमति से एक एजेंसी नियुक्त की जाएगी, जो ये पता लगाएगी कि किस पार्टी के पास उस सीट पर सबसे मजबूत उम्मीदवार है. अगली बैठक में विदर्भ की 62 सीटों पर भी चर्चा होगी और जल्द से जल्द सीटों के अंतिम बंटवारे की घोषणा की जाएगी.
बता दें कि गणेशोत्सव के बाद महाविकास अघाड़ी के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत चल रही है. दरअसल, एमवीए के नेता सीट शेयरिंग के मुद्दे पर काफी फोकस कर रहे हैं. क्योंकि हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन के बाद कांग्रेस मुंबई में अधिक सीटों पर नजर गड़ाए हुए है. सूत्रों के मुताबिक मुंबई की 36 विधानसभा सीटों में से उद्धव गुट और कांग्रेस दोनों ने 6 सीटों पर दावा किया था.
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