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'महायुति की जीत के बाद लोगों में उत्साह नहीं', महाराष्ट्र चुनाव को लेकर बोले शरद पवार
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पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए पवार ने कहा कि विपक्ष को चिंता करने की जरूरत नहीं है, लेकिन उसे इस झटके के बाद लोगों के पास वापस जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि महायुति के भारी जनादेश के बाद लोगों में कोई उत्साह नहीं दिख रहा है. उनकी पार्टी 288 सदस्यीय विधानसभा में केवल 10 सीटें ही जीत सकी.
एनसीपी (सपा) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को दावा किया कि 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन की भारी जीत के बाद महाराष्ट्र के लोगों में कोई उत्साह या खुशी नहीं दिखी. पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए पवार ने कहा कि विपक्ष को चिंता करने की जरूरत नहीं है, लेकिन उसे इस झटके के बाद लोगों के पास वापस जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि विपक्ष का महा विकास अघाड़ी गठबंधन यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा कि सरकार अपने सभी चुनाव पूर्व वादों को पूरा करे, जिसमें लड़की बहन योजना के तहत महिलाओं के लिए वित्तीय सहायता को 1,500 रुपये से बढ़ाकर 2,100 रुपये करना शामिल है.
वरिष्ठ राजनेता ने कहा, "महायुति के भारी जनादेश के बाद लोगों में कोई उत्साह नहीं दिख रहा है." उनकी पार्टी 288 सदस्यीय विधानसभा में केवल 10 सीटें ही जीत सकी.
समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र प्रमुख अबू आसिम आज़मी ने शुक्रवार को शिवसेना (यूबीटी) द्वारा दिसंबर 1992 में बाबरी मस्जिद को ध्वस्त करने वालों की प्रशंसा करने के बाद एमवीए गठबंधन से बाहर निकलने की घोषणा की, इस पर पवार ने कहा कि सपा का केंद्रीय नेतृत्व विपक्षी एकता बनाए रखने के लिए दृढ़ है. विधानसभा में विपक्ष के नेता की नियुक्ति के बारे में पवार ने कहा कि एमवीए दल इस पद के लिए आग्रह नहीं कर सकते क्योंकि उनके पास आवश्यक संख्या नहीं है.
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