महातिर मोहम्मद के सपनों का शहर 'पुत्राजया' जो दुनिया की आंखों से है ओझल
BBC
इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती कि जिस जगह पर बंदर, ऊदबिलाव, जंगली सूअर और कस्तूरी बिलाव जैसे जानवर रहते हों, वो जगह मलेशिया के प्रधानमंत्री कार्यालय से महज दो किलोमीटर दूर है.
गर्म हवा से उड़ने वाले एक गुब्बारे में बैठ कर जब मैं आकाश से मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर के पास मौजूद 'पुत्राजया' शहर के नज़ारे का लुत्फ़ ले रहा था, तभी पक्षियों का एक झुंड बहुत ख़ूबसूरत अंदाज़ में शहर की गगनचुंबी इमारतों के ऊपर से उड़ते हुए देश के सबसे बड़े 'वेट लैंड' (आर्द्र भूमि) में अपने आशियानों की ओर लौट रहा था.
200 हेक्टेयर में फैले इस वेट लैंड में पक्षियों की क़रीब 200 प्रजातियां रहती हैं. यहां ज़मीनी कीड़ों की 1,800 प्रजातियां, पानी और ज़मीन पर रहने वाले जानवरों की 16 प्रजातियां, रेंगने वाले जीवों की 22 प्रजातियां और स्तनधारियों की 16 प्रजातियां भी रहती हैं.
मालूम हो कि वेट लैंड या आर्द्र भूमि, ऐसे प्राकृतिक आवास को कहते हैं, जहां ज़्यादातर ज़मीन पानी से भरी हुई होती है.
इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती कि जिस जगह पर बंदर, ऊदबिलाव, जंगली सूअर और कस्तूरी बिलाव (मुख्यत: अफ़्रीका में पाए जाने वाले बिल्ले की एक प्रजाति) जैसे जानवर रहते हों, वो जगह मलेशिया के प्रधानमंत्री कार्यालय से महज दो किलोमीटर दूर है.