महाकुंभ में हठयोगियों का अनोखा तप, सुनिए साधु-संतों की कहानी उनकी जुबानी
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यूपी के प्रयागराज के महाकुंभ में श्रद्धालुओं के साथ ऐसे हठयोगी भी पहुंचे हैं, जो अपनी अनोखी साधना से हैरान कर रहे हैं. यहां कोई संत 9 साल से अपना हाथ उठाए हुए है, तो कोई 11 साल से जमीन पर बैठा ही नहीं है. महाकुंभ में पहुंचे साधु-संतों से आजतक की टीम ने खास बातचीत की. देखें रिपोर्ट.
Pravasi Bharatiya Divas: हिन्दुस्तान से हजारों मील दूर बिहार, बंगाल और यूपी के मजदूरों ने विदेशी जमीन पर 'अपना भारत' बसाया. उनके मन में बिछोह था, पलायन की पीडा थी. इन्होंने तुलसी की चौपाइयां, लोक गीत, तीज त्योहार इन मजदूरों के लिए खुद को दिलासा देने का आधार बन गया. मातृभूमि से हजारों मील दूर इन भारतीयों ने अपने लिए एक अनूठे सामाजिक-सांस्कृतिक इको सिस्टम का निर्माण किया. प्रवासी भारतीय दिवस पर पेश है वो कहानी जब भारतीय पूरी दुनिया में फैले और छा गये.
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