महंगाई से थोड़ी राहत, थोक मुद्रास्फीति जून में घटकर 12.07% हुई, कच्चे-खाद्य तेल की कीमतों में नरमी
NDTV India
बयान में कहा गया, ‘‘जून 2021 में मुद्रास्फीति की उच्च दर मुख्य रूप से कम आधार प्रभाव और पेट्रोल, डीजल (एचएसडी), नेफ्था, एटीएफ, फर्नेस ऑयल जैसे खनिज तेलों और मूल धातु, खाद्य उत्पाद, रासायनिक उत्पाद जैसे विनिर्मित उत्पादों की कीमतों में वृद्धि के कारण है.’’
कच्चे तेल और खाद्य पदार्थों की कीमतों में नरमी के चलते थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति (डब्ल्यूपीआई) जून में मामूली रूप से घटकर 12.07 प्रतिशत रह गई. हालांकि, डब्ल्यूपीआई जून में लगातार तीसरे महीने दोहरे अंकों में रही, जिसका मुख्य कारण पिछले साल का कम आधार है. जून 2020 में डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति ऋणात्मक 1.81 प्रतिशत थीविनिर्मित उत्पादों की महंगाई बनी रहने के बावजूद खाद्य पदार्थों और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के चलते लगातार पांच महीनों की तेजी के बाद जून में थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति में नरमी आई.More Related News