महंगाई की मार, जनवरी से ये सभी कंपनियां बढ़ाएंगी कार की कीमतें
AajTak
कोरोना महामारी की वजह से साल-2021 वाहन निर्माता और ग्राहकों के लिए कुछ खास नहीं रहा. कार निर्माता कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. यही नहीं, वाहनों के निर्माण में लागत बढ़ने से कंपनियां अपनी कारों की कीमतें भी लगातार बढ़ा रही हैं.
कोरोना महामारी की वजह से साल-2021 वाहन निर्माता और ग्राहकों के लिए कुछ खास नहीं रहा. कार निर्माता कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. यही नहीं, वाहनों के निर्माण में लागत बढ़ने से कंपनियां अपनी कारों की कीमतें भी लगातार बढ़ा रही हैं. देश में सबसे ज्यादा कार बेचने वाली कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) पहले ही घोषणा कर चुकी है कि वे जनवरी-2022 से कारों की कीमतें बढ़ाएगी. इसी कड़ी में होंडा (Honda Cars), टाटा मोटर्स (Tata Motors) और रेनॉ (Renault) जैसी कार निर्माता कंपनियां भी बढ़ती लागत का हवाला देते हुए जनवरी से वाहनों की कीमतें बढ़ाने की योजना बना ली है. इसके अलावा ऑडी और मर्सिडीज-बेंज जैसी कंपनियां अगले महीने से गाड़ियों की कीमतों में बढ़ोतरी करने जा रही हैं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव सामने हैं, इस बीच दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के नतीजों कांग्रेस की छात्र ईकाई एनएसयूआई की प्रेसीडेंट पद पर जीत हो चुकी है. इन नतीजों को राजनीतिक विश्लेषक किस नजर से देखते हैं, क्या इनका असर विधानसभा के चुनाव के नतीजों पर भी दिखेगा, आइए यहां इसका पूरा गणित समझते हैं.
Vivo ने भारत में 21 नवंबर को Vivo Y300 को लॉन्च किया था और आज इस हैंडसेट की पहले सेल शुरू होने जा रही है. इस हैंडसेट पर कई अच्छी डील्स और डिस्काउंट भी देखने को मिल रहे हैं. इस फोन में Snapdragon 4 Gen 2, 8GB Ram, 5,000mAh दी है. इसके साथ कंपनी ने बैंक ऑफर्स का भी ऐलान किया है. आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
फॉरेस्ट गार्ड्स की जिंदगी बेहद चुनौतीपूर्ण होती है. जंगली जानवरों के बीच काम करने के कारण उन्हें हर पल अपनी जान का खतरा रहता है. बावजूद इसके, वे न केवल जंगल और वन्यजीवों की रक्षा करते हैं, बल्कि अपने कर्तव्य को भी पूरी निष्ठा से निभाते हैं. हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे दो फॉरेस्ट गार्ड्स ने अपनी सूझबूझ से टाइगर के हमले से खुद को बचाया.
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय की संख्या, कुल जनसंख्या का लगभग 8 प्रतिशत है. यह समुदाय लंबे समय से धार्मिक भेदभाव और हिंसा का शिकार हो रहा है. हिंदू समुदाय के सदस्य कथित तौर पर लक्षित हत्याओं और हमलों का सामना कर रहे हैं. कई बार इन हमलों में मंदिरों को भी नुकसान पहुंचाया गया है. इसके विरोध में चिन्मय प्रभु लड़ाई लड़ रहे थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.