मर्सिडीज में गैंगरेप-तीन दिन बाद FIR-आरोपियों का पॉलिटिकल कनेक्शन, जानिए हैदराबाद केस की पूरी कहानी
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पुलिस का दावा है कि AIMIM MLA बेटे के खिलाफ भी कोई सबूत नहीं मिले हैं, जबकि टीआरएस नेता और वक्फ बोर्ड अध्यक्ष के बेटे के खिलाफ सबूत मिले हैं. साथ ही कहा है कि इस केस में गृहमंत्री का पोता शामिल नहीं है.
हैदराबाद में एक नाबालिग के साथ मर्सडिज कार में कथित गैंगरेप का मामला तूल पकड़ते जा रहा है. इस हाई प्रोफाइल मामले से जुड़े तीन आरोपियों का पॉलिटिक्ल कनेक्शन सामने आया है. सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों में एक विधायक का बेटा है, दूसरा राज्य सरकार बोर्ड के अध्यक्ष का बेटा है. इस मामले से जुड़े पांच आरोपितों की पहचान कर ली गई है. इनमें तीन नाबालिग हैं जबकि दो वयस्क हैं. इसमें दो की गिरफ्तारी हो चुकी है.
वहीं, पुलिस का दावा है कि AIMIM MLA बेटे के खिलाफ भी कोई सबूत नहीं मिले हैं, जबकि टीआरएस नेता और वक्फ बोर्ड अध्यक्ष के बेटे के खिलाफ सबूत मिले हैं. साथ ही कहा है कि इस केस में गृहमंत्री का पोता शामिल नहीं है. मर्सडिज बेंज कार उस चेयरमैन की है जो टीआरएस लीडर भी है.
इधर, विधायक के परिवार ने यह भी दावा किया कि उनका बेटा कार से उतर गया था. वह पब से निकलने के बाद जुबिली हिल्स के कैफे में एक घंटे से अधिक समय तक वहीं था. इसके बाद उसका भाई उसे वहां से ले गया था. वारदात के समय वह कार में नहीं था. वह आरोपियों के साथ नहीं था क्योंकि उसके चाचा अमरीका के लिए जा रहे थे और वह उनसे मिलने गया था.
शुरुआती जानकारी के बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 354,323 IPC, 9,10 POCSO ACT 2012 के तहत तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. 17 वर्षीय पीड़िता की मेडिकल जांच के बाद पुलिस ने आईपीसी 376 की धारा को भी जोड़ दिया है. पुलिस मामले की जांच कई एंगल से कर रही है.
विपक्ष ने सरकार को घेरा
इधर, तेलंगाना बीजेपी ने मामले की कड़ी निंदा की है. उसने सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है. विपक्ष ने आरोप लगाया है कि सत्ता पक्ष के राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है. तेलंगाना बीजेपी ने हंगामा भी किया था. इधर, धीमी गति से जांच के आरोपों को लेकर विरोध करने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री रेणुका चौधरी और NSUI अध्यक्ष बी वैंकेट को हिरासत में ले लिया गया. वहीं, गैंगरेप की घटना पर तेलंगाना सीएम केसीआर की बेटी के कविता ने ट्वीट करके कहा जब महिला सुरक्षा की बात आती है तो हमारी सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाती है.
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