ममता सरकार ने मानी हड़ताली डॉक्टरों की मांग, कोलकाता कमिश्नर को हटाया, जांच के लिए बनाई नई कमेटी
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ममता सरकार ने हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टरों की मांगों को मानते हुए चिकित्सा शिक्षा निदेशक और स्वास्थ्य सेवा निदेशक को हटा दिया गया है.
ममता सरकार ने हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टरों की मांगों को मानते हुए चिकित्सा शिक्षा निदेशक और स्वास्थ्य सेवा निदेशक को हटा दिया गया है. ममता ने डॉक्टरों को भरोसा देते हुए कहा कि सीपी को मंगलवार शाम चार बजे तक हटा दिया जाएगा और विनित गोयल की जगह नए सीपी अपना कार्यभार संभाल लेंगे. साथ ही मंगलवार को SC की सुनवाई के बाद कई बड़े बदलाव होंगे.
वहीं, ममता सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र के बुनियादी ढांचे से संबंधित सभी मामलों की सुनवाई के लिए मुख्य सचिव के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया गया है और कहा कि हमने डिप्टी कमिश्नर (उत्तर) को भी हटाने का फैसला किया है.'
बैठक के मिनट्स पर सीएम-42 जूनियर डॉक्टरों ने हस्ताक्षर किए और हमारी ओर से सीएस ने हस्ताक्षर किए. मैं उन्हें बैठक में आने के लिए बधाई देना चाहता हूं. उन्होंने अपनी पांच सूत्री मांगें रखी हैं.
इससे पहले ममता बनर्जी ने कोलकाता कांड को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने सोमवार को मुलाकात की थी. यह बैठक रात 9 बजे के बाद समाप्त हुई, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों से अपील की कि वे हड़ताल खत्म कर जल्द से जल्द काम पर लौटें. बता दें कि इससे पहले दो मुलाकातें तय होने के बावजूद नहीं हो सकी थीं.
सूत्रों के मुताबिक, राज्य सरकार ने डॉक्टरों द्वारा उठाई गई अस्पतालों के बुनियादी ढांचे के विकास की मांगों को स्वीकार कर लिया है. इससे पहले, डॉक्टरों ने शाम करीब 3:53 बजे मुख्य सचिव को मेल के माध्यम से अपनी शर्तों के साथ बैठक में भाग लेने की सहमति जताई थी.
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