मध्य प्रदेश: CM शिवराज ही नहीं, उनके 22 मंत्री भी रखते हैं हथियार, जानें किसके पास है कितनी बंदूक
AajTak
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव में मतदान हैं और 3 दिसंबर को रिजल्ट आएगा. सोमवार को नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख थी. नामांकन की जांच मंगलवार को होगी. उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख 2 नवंबर है. नामांकन के दौरान प्रत्याशियों द्वारा दाखिल शपथ पत्र में कई खुलासे हुए हैं.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख निकल चुकी है. इसी के साथ चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों ने नामांकन भर दिया है. इसमें कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है. सबसे ज्यादा हैरानी की बात है कि आमतौर पर बेहद सादगी से रहने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास एक रिवॉल्वर भी है. लेकिन अकेले सीएम शिवराज ही नहीं, उनके मंत्रिमंडल के करीब 22 मंत्रियों के पास एक या एक से अधिक हथियार हैं.
शिवराज के किन मंत्रियों के पास है हथियार?
स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया, वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के पास एक-एक रिवॉल्वर है. हैरानी की बात है कि शिवराज कैबिनेट की सबसे गरीब मंत्री उषा ठाकुर तक के पास एक रिवॉल्वर है. शिवराज के मंत्रियों को हथियारों से कितना लगाव है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, शहरी विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री मंत्री बिसाहूलाल सिंह, खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादन और मंत्री हरदीप सिंह डंग के पास 2-2 बंदूक हैं, जबकि उद्योग मंत्री राजयवर्धन सिंह दत्तीगांव, वन मंत्री विजय शाह और परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत उन मंत्रियों में शुमार हैं जिनके पास 3-3 बंदूकें हैं.
गोपाल भार्गव के पास नहीं है कोई हथियार
जहां एक तरफ ज्यादातर मंत्रियों के पास हथियार है तो वहीं दूसरी तरफ शिवराज सरकार के सबसे वरिष्ठ मंत्री गोपाल भार्गव ने रिटर्निंग ऑफिसर को दिए हलफनामे में स्वीकार किया है कि उनके पास कोई हथियार नहीं है. मंत्रियों के हलफनामें को देखने पर पता चलता है कि गोपाल भार्गव के अलावा कमल पटेल और तुलसी सिलावट के पास भी को हथियार नहीं है.
बता दें कि मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव में मतदान हैं और 3 दिसंबर को रिजल्ट आएगा. सोमवार को नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख थी. नामांकन की जांच मंगलवार को होगी. उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख 2 नवंबर है.
महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.