'मणिपुर हिंसा पर चर्चा के लिए सरकार तैयार, लेकिन विपक्ष गंभीर नहीं', संसद में हंगामे के बीच बोले राजनाथ
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लोकसभा में शुक्रवार को मणिपुर हिंसा पर चर्चा को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम चाहते हैं कि मणिपुर हिंसा पर चर्चा होनी चाहिए लेकिन सदन में ऐसे दल हैं, जो इस मुद्दे पर चर्चा नहीं होने देना चाहते. इस मामले में प्रतिपक्ष को जितना गंभीर होना चाहिए, उतना गंभीर नहीं है.
लोकसभा में शुक्रवार को मणिपुर हिंसा पर चर्चा को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम चाहते हैं कि मणिपुर हिंसा पर चर्चा होनी चाहिए लेकिन सदन में ऐसे दल हैं, जो इस मुद्दे पर चर्चा नहीं होने देना चाहते. इस मामले में प्रतिपक्ष को जितना गंभीर होना चाहिए, उतना गंभीर नहीं है. फिलहाल हंगामा के कारण सदन साढ़े चार मिनट ही चल सकी. इसके बाद कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
इस दौरान स्पीकर ओम बिरला ने भी विपक्षी दलों से कहा कि चर्चा होने दीजिए. समाधान चर्चा से निकलेगा. नारेबाजी से कुछ नहीं होगा. सरकार चाहती है कि चर्चा हो, लेकिन आप चर्चा नहीं होने दे रहे हैं. वहीं संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा कि हम मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष लगातार अपना स्टैंड बदल रहा है.
उधर AAP सांसद संजय सिंह ने कहा कि मणिपुर यौन हिंसा पर चर्चा के लिए उनके नोटिस को अस्वीकार कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि यह तानाशाही की पराकाष्ठा है. मणिपुर में हिंसा होगी, लोग मारे जाएंगे, महिलाओं की निर्वस्त्र परेड होगी, रेप होगा, लेकिन देश के सर्वोच्च सदन में बोलने की इजाजत नहीं होगी. मुझे अभी सुबह-सुबह यह पत्र मिला कि मणिपुर पर मेरा नोटिस अस्वीकार हो गया. मोदी जी आपकी तानाशाही का भी अंत होगा.
एनसीपी (यूबीटी) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया- मणिपुर के सीएम ने ये ऑन रिकॉर्ड कहा है कि ऐसे सैकड़ों मामले दर्ज किए गए हैं, इसलिए इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, अगर वीडियो लीक हो जाते हैं तो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों को हटा दें और भारतीय कानूनों का पालन करें, जबकि ऐसे सैकड़ों मामलों से राज्य अराजक हो सकताी है.
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