मणिपुर: महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने पर मानवाधिकार आयोग ने CM को भेजा नोटिस
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मानवाधिकार आयोग ने कहा कि उसने 'चार मई को मणिपुर के कांगपोकपी जिले के बी फीनोम गांव में भीड़ द्वारा एक आदिवासी परिवार के पांच सदस्यों को पुलिस हिरासत से ले जाने की घटना में तत्काल हस्तक्षेप की मांग करने वाली शिकायतों का भी संज्ञान लिया है.'
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने गुरुवार भीड़ द्वारा दो महिलाओं को कथित तौर पर निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले में मणिपुर सरकार और राज्य के पुलिस प्रमुख को नोटिस जारी किया है. NHRC ने एक बयान में कहा कि वह इस तरह की 'बर्बर घटनाओं' से नागरिकों, खासकर महिलाओं और समाज के कमजोर वर्गों के मानवाधिकारों की रक्षा के लिए सरकार द्वारा उठाए गए या उठाए जाने वाले प्रस्तावित कदमों के बारे में जानकारी चाहता है.
मानवाधिकार आयोग ने कहा कि उसने 'चार मई को मणिपुर के कांगपोकपी जिले के बी फीनोम गांव में भीड़ द्वारा एक आदिवासी परिवार के पांच सदस्यों को पुलिस हिरासत से ले जाने की घटना में तत्काल हस्तक्षेप की मांग करने वाली शिकायतों का भी संज्ञान लिया है.' आयोग ने पूर्वोत्तर राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर उनसे चार सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
बता दें कि मणिपुर के घृणित वीडियो के केस में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने कहा कि सबसे पहले हुइरेम हेरादाश सिंह को अरेस्ट किया गया था. हुइरेम उस वीडियो में भीड़ को कंट्रोल करते हुए देखा गया था. गिरफ्तार किए गए अन्य 3 व्यक्तियों की पहचान तत्काल ज्ञात नहीं हो पाई है. वरिष्ठ अधिकारी वीडियो की जांच कर रहे हैं और इसमें शामिल लोगों का गिरफ्तार किए गए लोगों से मिलान कर रहे हैं. वीडियो पर स्वत: संज्ञान लेते हुए पुलिस ने कहा कि अज्ञात हथियारबंद लोगों के खिलाफ थौबल जिले के नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन में अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
PM मोदी ने कहा- मेरा दिल पीड़ा और गुस्से से भरा है मणिपुर की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दो महिलाओं को नग्न घुमाने की घटना ने 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार किया है. कानून अपनी पूरी ताकत से काम करेगा और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने संसद परिसर में कहा कि आज, जब मैं लोकतंत्र के इस मंदिर के सामने खड़ा हूं तो मेरा दिल पीड़ा और गुस्से से भरा हुआ है. पीएम मोदी ने कहा कि मैं देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. कानून अपनी पूरी शक्ति और दृढ़ता से काम करेगा. मणिपुर की इन बेटियों के साथ जो हुआ उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस घटना से पूरे देश का अपमान हुआ है और 140 करोड़ देशवासी शर्म महसूस कर रहे हैं.
CM एन. बीरेन सिंह बोले- अपराधी मृत्युदंड के पात्र मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने इस घटना को अमानवीय बताया और कहा कि अपराधी मृत्युदंड के पात्र हैं. उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा व्यक्त करते हुए इसे मानवता के खिलाफ अपराध करार दिया और कहा कि उनकी सरकार इस जघन्य अपराध पर चुप नहीं रहेगी. उन्होंने कहा कि वीडियो देखने के तुरंत बाद उन्होंने साइबर अपराध विभाग को इसकी प्रामाणिकता की जांच करने का निर्देश दिया था और अधिकारियों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाने का भी निर्देश दिया था. सीएम ने कहा कि उनकी सरकार राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और इस प्रक्रिया के तहत विभिन्न समुदायों के नागरिक समाज संगठनों, व्यापारियों, धार्मिक संस्थानों के नेताओं के साथ बातचीत की गई है. उन्होंने कहा कि हम लंबे समय से एक साथ रह रहे हैं. समुदायों के बीच गलतफहमी को बातचीत से सुलझाया जा सकता है, ताकि हम फिर से शांति से एक साथ रह सकें.
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