मणिपुर: प्रदर्शन के दौरान महिलाओं की पुलिस से झड़प, आगजनी की कोशिश, दरिंदगी केस में एक और आरोपी गिरफ्तार
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मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर उन्हें सड़क पर घुमाने की घटना सामने आने के बाद से हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं. शनिवार को महिलाओं ने घटना के विरोध में प्रदर्शन किया. इस दौरान उनकी पुलिस से झड़प हुई. वहीं महिलाओं के साथ ऐसी हैवानियत करने वाले 5 आरोपियों को अरेस्ट किया जा चुका है. घटना को लेकर मिजोरम में रह रहे मैतेई लोगों को राज्य छोड़कर जाने की धमकी दी जा रही है.
मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर उन्हें सड़क पर घुमाने की घटना के बाद से वहां हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं. इस घटना को लेकर शनिवार को महिलाओं ने इंफाल के गारी इलाके में जोरदार प्रदर्शन किया. उन्होंने टायर जलाकर आगजनी की कोशिश. इस दौरान उनकी पुलिस से झड़प हुई. फिलहाल हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने प्रदर्शकारियों को खदेड़ दिया है. इलाके में पुलिस और आर्मी मार्च कर रही है. एक दिन पहले भी इस घटना के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए थे. इतना ही नहीं गुस्साई भीड़ ने शुक्रवार को एक आरोपी का घर भी जला दिया था.
वहीं महिलाओं से दरिंदगी करने वाले एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस अब तक 5 लोगों को पकड़ चुकी है. जानकारी के मुताबिक महिलाओं से दरिंगदी का वीडियो 19 जुलाई को सामने आया था. इसके 24 घंटे के भीतर पुलिस ने आरोपियों हुइरेम हेरादास, अरुण सिंह, जीवन इलांगबाम और तोम्बा सिंह को गिरफ्तार कर लिया था. सभी थॉउबल जिले के ही रहने वाले हैं. अब पुलिस ने शनिवार को पांचवें आरोपी नोंगपोक सेकमाई अवांग लीकाई के रहने वाले युमलेम्बम नुंगसिथोई मेटेई (19 वर्ष) को अरेस्ट कर लिया है.
मणिपुर पुलिस के मुताबिक, वायरल वीडियो की मदद से बाकी आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है. मणिपुर पुलिस और केंद्रीय बलों की 12 संयुक्त टीमें 12 और संदिग्धों को गिरफ्तार करने के लिए तलाशी अभियान चला रही हैं.
मिजोरम में भी महिलाओं से दरिंदगी की घटना को लेकर भारी आक्रोश है. इस बीच पूर्व उग्रवादियों के एक संगठन ने कहा कि इस घटना से मिजो युवाओं में बहुत आक्रोश है. ऐसे में बेहतर होगा कि मणिपुर से आए मैतेई लोग राज्य छोड़कर चले जाएं. वहीं इस मामले में अब तक 5 आरोपियों की गिफ्तारी हो चुकी है.
पीस एकॉर्ड एमएनएफ रिटर्नीज़ एसोसिएशन (पीएएमआरए) ने कहा, "मिजोरम में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. मणिपुर में उपद्रवियों द्वारा किए गए बर्बर और जघन्य कृत्यों के चलते मणिपुर के मैतेई लोगों का मिजोरम में रहना अब सुरक्षित नहीं है. संगठन ने अपील की कि वे सुरक्षा उपाय के तौर पर अपने गृह राज्य चले जाएं. मिजो युवाओं में गुस्सा है, जो मणिपुर में जो या कुकी जातीय लोगों के खिलाफ नृशंस कृत्य से बहुत दुखी हैं.
संगठन ने चेतावनी दी कि अगर मैतेई अपील की अनदेखी करते हैं और अपनी सुरक्षा के लिए जाने में विफल रहते हैं तो वे किसी भी स्थिति में जिम्मेदार होंगे. संगठन के महासचिव सी लालथेनलोवा ने कहा कि यह सुरक्षा के लिए एक सामान्य अपील थी. इसे आदेश या चेतावनी नहीं माना जाना चाहिए.
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