मणिपुर: पर्वतीय क्षेत्रों की स्वायत्तता के लिए प्रदर्शन के दौरान झड़प, इंटरनेट पांच दिन बंद
The Wire
मणिपुर के घाटी क्षेत्रों का समान विकास सुनिश्चित करने के लिए पहाड़ी इलाकों को अधिक वित्तीय और प्रशासनिक स्वायत्तता देने हेतु ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर प्रदर्शन कर रहा है. प्रदेश महिला कांग्रेस ने कहा है कि इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है, क्योंकि लोग भाजपा सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं. लोकतंत्र की हत्या भाजपा के शासन में रोज़ का मामला है.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर (एटीएसयूएम) के कुछ नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन में इंफाल पश्चिम जिले के काबो लीकाई में 100 से अधिक आदिवासी छात्र एकत्र हुए. Manipur | Section 144 CrPC imposed in the Churachandpur and Bishnupur districts for the next two months after 3-4 people torched a vehicle in Phougakchao Ikhang last evening. pic.twitter.com/WjY5mTOio4 Mobile data services suspended in the entire state of Manipur for 5 days after one van was reportedly set ablaze by 3/4 youths suspected to be of a community, in Bishnupur. The crime has created tense communal situation & volatile law & order situation in the state: Manipur Govt pic.twitter.com/4NoY1bQKVH Internet data services have been suspended in entire Manipur, because people are protesting against BJP Govt!
छात्र नेताओं को मणिपुर के पहाड़ी जिलों में पूर्ण बंद और उसके बाद आर्थिक नाकेबंदी लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. — ANI (@ANI) August 7, 2022 — ANI (@ANI) August 7, 2022 Killing Democracy is an everyday affair under BJP @dnetta pic.twitter.com/omCdP1f2cT
वे पहाड़ी क्षेत्र समिति (एचएसी)-अनुशंसित स्वायत्त जिला परिषद (एडीसी) संशोधन विधेयक-2021 को पेश करने की मांग कर रहे थे. — Manipur Pradesh Mahila Congress (@ManipurPMC) August 7, 2022
हालांकि, प्रदर्शनकारियों को सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा का हवाला देते हुए पुलिस ने तितर-बितर कर दिया. पुलिस की कार्रवाई से क्षुब्ध प्रदर्शनकारी आक्रोशित हो गए और पुलिस से उनकी भिड़ंत हो गई.