भीड़ हिंसा: सुरक्षा न मिल पाने के कारण पीड़ित मोहम्मद अख़लाक़ की बेटी की अदालत में गवाही टली
The Wire
उत्तर प्रदेश में गौतम बौद्ध नगर ज़िले के दादरी क्षेत्र के बिसाहड़ा गांव निवासी 52 वर्षीय मोहम्मद अख़लाक़ की 28 सितंबर 2015 को भीड़ द्वारा गोकशी का आरोप लगाकर कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना में उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था. अख़लाक़ की शाइस्ता इस मामले में चश्मदीद गवाह है.
अखलाक के परिवार का प्रतिनिधित्व कर रहे यूसुफ सैफी ने कहा कि अखलाक की बेटी शाइस्ता शुक्रवार (17 जून) कोसूरजपुर में जिला एवं सत्र न्यायालय में जस्टिस अनिल कुमार सिंह के समक्ष पेश नहीं हो सकीं, क्योंकि उनके लिए पुलिस सुरक्षा नहीं मिल पाई थी.
उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी शुक्रवार को कानून व्यवस्था की ड्यूटी में लगे हुए थे.
उन्होंने बताया कि शाइस्ता का फास्ट ट्रैक कोर्ट के अपर जिला जज अनिल कुमार सिंह की अदालत में बयान दर्ज होना था.
सैफी ने कहा, ‘शाइस्ता ने 14 जून को अपना बयान दर्ज कराया था. उन्हें आज अपने बयान की रिकॉर्डिंग जारी रखनी थी. हालांकि उचित सुरक्षा की अनुपलब्धता के कारण वह अदालत नहीं जा सकीं, जिसके बाद अदालत ने अगली तारीख सोमवार (20 जून) को तय की है.’