भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के बावजूद देशव्यापी स्तर पर जुलाई में सामान्य से कम बारिश
ABP News
महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में भारी बारिश ने तबाही मचा दी लेकिन अखिल भारतीय स्तर पर सामान्य से अब तक कम बारिश हुई है. ज्यादा बारिश वाले राज्यों में इस साल कम बारिश हुई.
इस साल का दक्षिण-पश्चिम मानसून का आधा समय खत्म हो गया है लेकिन अखिल भारतीय स्तर पर दीर्घावधि औसत Long Period Average (LPA) बारिश की तुलना में यह सामान्य से एक प्रतिशत कम है. शनिवार तक देश में 449 एमएम बारिश हुई जो सामान्य 452.3 एमएम से कम है. एलपीए की तुलना में देश में 93 फीसदी बारिश हुई जो सामान्य एलपीए की तुलना में 6.3 प्रतिशत है. हालांकि देश के कुछ राज्यों, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, उत्तराखंड में भारी बारिश हुई जिसके कारण कई राज्यों में बाढ़ आ गई और कई पहाड़ी जगहों पर भूस्खलन के कारण लोगों को जान गंवानी पड़ी. जून में अच्छी संभावना के साथ हुआ था मानसून का आगमन जून में कई स्थानों पर समय पूर्व मानसून के आगमन ने जुलाई में अच्छी बारिश की संभावनाओं को सुनिश्चित किया. हालांकि उत्तर भारत के कई हिस्सों में मानसून आने में बहुत देरी हुई. दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल, पंजाब और राजस्थान में बहुत देरी से मानसून आया. खासकर जुलाई में बहुत बाद में मानसून का आगमन हुआ. यही कारण है अखिल भारतीय स्तर पर सामान्य बारिश की तुलना में थोड़ी कम बारिश हुई.More Related News