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भारत स्पेस फोर्स के लिए बना रहा स्ट्रैटोस्फेरिक एयरशिप, ये कहलाएगा अंतरिक्ष का 'ब्योमकेश बक्शी'!
Zee News
India DRDO Stratospheric Airship: भारतीय वायुसेना और DRDO एक ऐसा एयरशिप बना रहे हैं, जो दुश्मन देशों की सैन्य गतिविधियों पर नजर रखेगा. इस एयरशिप की खास बात ये है कि यह उपग्रहों के मुकाबले सस्ता और किफायती है. पाकिस्तान और चीन की सैन्य गतिविधियों पर नजर रखना अब भारत के लिए आसान होगा.
India Stratospheric Airship: भारत अपनी सेना को मजबूत करने के लिए नए कदम उठा रहा है. ये काम जमीन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अंतरिक्ष में भी भारत अपना झंडा गाड़ रहा है. भारतीय वायु सेना (IAF) और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) एक लेटस्ट स्ट्रैटोस्फेरिक एयरशिप (Stratospheric Airship) बना रहे हैं. ये भारत की स्पेस फोर्स की ताकत को और अधिक बढ़ा देगा. इससे भारत दुश्मन के हर मूवमेंट पर नजर बनाए रखेगा.

India AI Based Weapon: भारत ने एक AI आधारित ऑटोनोमस लीथल वेपन सिस्टम Negev LMG विकसित किया है. ये दुश्मनों को पहचानकर निशाना बनाता है. 14,000 फीट की ऊंचाई पर इसका सफल परीक्षण किया गया है. इसकी खूबी है कि कठिन मौसम और जोखिम भरे इलाकों में बगैर मानव हस्तक्षेप के दुश्मनों से निपट सकता है. यह पाकिस्तान से घुसपैठ रोकने में प्रभावी साबित हो सकता है.

Internet History in India: भारत में इंटरनेट की शुरुआत 15 अगस्त, 1995 को हुई. शुरू में केवल कॉरपोरेट घराने और अमीर लोग ही इसका उपयोग कर पाते थे, क्योंकि लागत काफी अधिक थी.1998 की नई दूरसंचार नीति ने निजी कंपनियों को मौका दिया, जिससे ब्रॉडबैंड और साइबर कैफे का चलन बढ़ा. 2016 में Reliance Jio के 4G लॉन्च ने सस्ता डेटा दिया और स्मार्टफोन भारत के गांव-गांव पहुंचाया.

T-90 Bhishma Tank Power: टी-90 भीष्म भारतीय सेना का एक शक्तिशाली टैंक है. भारतीय सेना के पास 1000 से अधिक टी-90 टैंक हैं. इस टैंक की मारक क्षमता 5 किमी है, जिसमें 125mm स्मूथ बोर गन और गाइडेड मिसाइलें हैं. इस टैंक में 2 किमी रेंज वाली एंटी एयरक्राफ्ट गन है, जो हेलीकॉप्टर को भी निशाना बना सकती है. यह टैंक प्रति मिनट 8 राउंड फायर कर सकता है।

First Use of Cannon in India: आधुनिक युद्धों में मिसाइल, ड्रोन और लेजर हथियारों का उपयोग होता है, लेकिन प्राचीन काल में तोपें युद्ध की ताकत थीं. भारत में तोप का पहला उपयोग 1526 में पानीपत के बाबर ने किया. बाबर की छोटी सेना ने इब्राहिम लोदी की विशाल सेना को तुलुघमा रणनीति और अराबा तकनीक के साथ तोपों की मदद से हराया.