
भारत समेत 75 देशों को राहत, चीन पर 125% वाला टैरिफ बम... अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के नए ऐलान की बड़ी बातें
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अमेरिका-चीन व्यापार तनाव के बीच ट्रंप का यह अब तक का सबसे आक्रामक कदम माना जा रहा है. इससे पहले चीन ने भी बुधवार को पलटवार करते हुए अमेरिका से आयात होने वाले उत्पादों पर टैक्स बढ़ाकर 84 प्रतिशत कर दिया, जो पहले 34 प्रतिशत था. चीन के विदेश मंत्रालय ने इस कदम की आलोचना करते हुए कहा कि वह अपने वैध अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए ठोस और मजबूत कदम उठाएगा.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर बड़ा आर्थिक प्रहार करते हुए उसके उत्पादों पर 125 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने की घोषणा की है. इससे पहले अमेरिका ने यह दर बढ़ाकर 104 प्रतिशत कर दी थी. इसके बाद चीन ने भी अमेरिका से आने वाले उत्पादों पर शुल्क बढ़ाकर 84 प्रतिशत कर दिया. वहीं, भारत समेत 75 देशों को ट्रंप ने बड़ी राहत देते हुए 'रिसिप्रोकल टैरिफ' पर 90 दिनों की छूट देने की घोषणा की है. इस अवधि में इन देशों पर केवल 10 प्रतिशत शुल्क लागू रहेगा.
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब दुनिया के बड़े देशों के बीच व्यापारिक तनाव चरम पर पहुंच रहा है और वैश्विक मंदी की आशंकाएं गहराने लगी हैं. ट्रंप के इस फैसले को एक तरफ जहां चीन पर दबाव बनाने की रणनीति माना जा रहा है, वहीं दूसरी ओर आलोचकों का कहना है कि यह कदम वैश्विक बाजारों में गिरावट और भारी आलोचना के बाद उठाया गया ‘यू-टर्न’ है.
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर कहा, “मैंने 90 दिन की PAUSE अधिकृत की है और इस दौरान अन्य देशों के लिए रेसिप्रोकल टैरिफ को घटाकर 10% कर दिया गया है, जो तुरंत प्रभाव से लागू है.”
चीन के खिलाफ ट्रंप का अब तक का सबसे बड़ा कदम
अमेरिका-चीन व्यापार तनाव के बीच ट्रंप का यह अब तक का सबसे आक्रामक कदम माना जा रहा है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, “चीन ने विश्व बाजारों के प्रति जो असम्मान दिखाया है, उसके जवाब में अमेरिका अब 125% शुल्क वसूलेगा. चीन को यह समझना होगा कि अमेरिका और अन्य देशों का शोषण अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.”
इससे पहले चीन ने भी बुधवार को पलटवार करते हुए अमेरिका से आयात होने वाले उत्पादों पर टैक्स बढ़ाकर 84 प्रतिशत कर दिया, जो पहले 34 प्रतिशत था. चीन के विदेश मंत्रालय ने इस कदम की आलोचना करते हुए कहा कि वह अपने वैध अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए ठोस और मजबूत कदम उठाएगा.

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