![भारत समर्थक मालदीव भी कैसे पैग़ंबर मोहम्मद मामले में मजबूर हुआ- प्रेस रिव्यू](https://ichef.bbci.co.uk/news/1024/branded_hindi/54FA/production/_125345712_gettyimages-1074325318.jpg)
भारत समर्थक मालदीव भी कैसे पैग़ंबर मोहम्मद मामले में मजबूर हुआ- प्रेस रिव्यू
BBC
जिन देशों के भारत से अच्छे संबंध हैं, वे भी इस मामले को लेकर असहज महसूस कर रहे हैं. पढ़िए अख़बारों की कुछ प्रमुख ख़बरें.
बीजेपी के दो प्रवक्ताओं की पैग़ंबर मोहम्मद पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर दक्षिण एशिया के इस्लामिक देशों में काफ़ी हलचल है.
जिन देशों के भारत से अच्छे संबंध हैं, वे भी इस मामले को लेकर असहज महसूस कर रहे हैं. मालदीव भी उन्हीं देशों में से एक है. मालदीव की वर्तमान इब्राहिम मोहम्मद सोलिह सरकार को भारत समर्थक माना जाता है लेकिन उसने भी पैग़ंबर मोहम्मद पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर बयान जारी कर कहा कि यह बेहद चिंताजनक है. सोलिह सरकार ने बीजेपी से दोनों प्रवक्ताओं को निकाले जाने का स्वागत भी किया है.
अंग्रेज़ी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस ने पहले पन्ने पर मालदीव की यह रिपोर्ट लगाई है कि कैसे पैग़ंबर पर विवादित बयान से भारत समर्थक देश भी ख़ुद को असहज पा रहे हैं. आज की प्रेस रिव्यू की लीड में इसी ख़बर को पढ़िए.
छह जून को इब्राहिम सोलिह की अगुआई वाली मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) सरकार ने भारतीय जनता पार्टी के दो प्रवक्ताओं की विवादित टिप्पणी की निंदा में जो बयान जारी किया, उसे पता चलता है कि भारत की घरेलू राजनीति का असर पड़ोसी देशों पर किस हद तक पड़ा है.
भारत की घरेलू राजनीति से असहज भारत के सहयोगी देश