भारत में वैक्सीन किल्लत ने गड़बड़ाया पड़ोसियों की मदद का गणित, चीन को मिला अपना बाजार बढ़ाने का मौका
ABP News
यह सच है कि पड़ोसी देशों को भारत से टीकों पर बहुत आशाएं थी. इनमें से कई मुल्कों में लोगों को भारत निर्मित टीकों की एक खुराक भी दी गई. उनकी कोशिश होगी कि उन्हें दूसरी डोज हासिल हो.
नई दिल्ली: भारत में कोरोना की दूसरी लहर के बीच गड़बड़ाए गणित ने वैक्सीन के बाजार में चीन का काम आसान कर दिया है. खासतौर पर दक्षिण एशिया के मुल्कों में जहां पहले भारत निर्मित टीकों और वैक्सीन मैत्री जैसी कोशिशों को हाथों हाथ लिया गया था वहां अब चीनी वैक्सीन कंपनियां तेजी से अपनी पैठ बढ़ाने में जुटी हैं. भारत में वैक्सीन उत्पादन की परेशानियों, घरेलू मांग में इजाफा के बीच बीते 2 महीनों से मेड इन इंडिया वैक्सीन के निर्यात पर लगभग पाबंदी है. एक समय दुनियाभर में वाहवाही लूट रही भारत की वैक्सीन मैत्री जैसी योजनाएं भी अब महज रेंग ही रही है. ऐसे में भारत की वैक्सीन निर्माता कंपनियों को बड़े ऑर्डर दे चुके खरीदारों को भी खासी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. वहीं मदद की आस में मुल्कों को फिलहाल इंतजार का आश्वासन ही मिल रहा है.More Related News