भारत जोड़ो यात्रा: राहुल गांधी के साथ राम और हनुमान की पोशाक में दिखे समर्थक
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कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर को कन्यकुमारी से शुरू हुई थी. तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के बाद यह यात्रा आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की ओर जाने चली है. भारत जोड़ो यात्रा के 1,000 किलोमीटर पूरे होने वाले हैं. राहुल गांधी इस यात्रा को लीड कर रहे हैं और देश की राजनीति के लिहाज से इसे बेहद अहम माना जा रहा है.
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का आज 37वां दिन है. हर दिन सामने आ रही इस यात्रा की तस्वीरों में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं का बड़ा हुजूम दिखाई पड़ता है. तस्वीरों में राहुल का अलग ही अंदाज है. शुक्रवार को सामने आई एक फोटो में राहुल गांधी के समर्थक अलग अंदाज में नजर आ रहे हैं. कर्नाटक के मरलाहल्ली गांव पहुंची इस यात्रा में राहुल के समर्थक भगवान राम और हनुमान का भेष धारण करे उनके साथ पैदल चलते दिखाई दिए.
7 सितंबर को कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा, कन्यकुमारी से शुरू हुई थी और तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के बाद यह यात्रा आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की ओर जाने वाली है. भारत जोड़ो यात्रा के अब 1,000 किलोमीटर पूरे होने वाले हैं. राहुल गांधी इस यात्रा को लीड कर रहे हैं. कर्नाटक में सिद्धारमैया और डिके शिवकुमार भी साथ चल रहे हैं. आज सुबह सिद्धारमैया को चलने में तकलीफ हो रही थी, जिसको देख कर राहुल गांधी ने उनको आराम करने की सलाह दी. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भी इस यात्रा में शामिल होने की खबर है.
इस यात्रा को लेकर राहुल गांधी ने फेसबुक पोस्ट लिखा. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा- कल कर्नाटक के मरलाहल्ली गांव में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैं मूंगफली की खेती करने वाली देवम्मा से मिला, हम उनके साथ उनके खेत में गए, वहां कुछ देर तक बातचीत भी हुई. देवम्मा ने बताया कि कैसे आज के वक्त में खेती करना मुश्किल हो गया है. उनका पूरा परिवार इसी खेती पर निर्भर है. कैसे वो दिन-रात खेतों में मेहनत करती हैं, घर के अन्य सदस्य भी उनका हाथ बंटाते हैं. आज के वक्त में लागत ज्यादा है, लेकिन कमाई बहुत कम है.
भाजपा ने खेती से संबंधित उपकरणों पर GST लगा दिया है. कीटनाशक, उर्वरक, बीज, ट्रैक्टर इत्यादि पर किसानों को GST देना पड़ रहा है. कड़ी मेहनत के बाद जब फसल तैयार हो जाती है तो मंडी में उसका उचित मूल्य नहीं मिलता. जैसे, कल ही मैंने एक खेत के पास कई टन टमाटर सड़क किनारे बेकार पड़े देखे. ये सोचने वाली बात है कि कर्ज लेकर और भारी GST का बोझ सह कर खेती करने वाले किसानों को अगर उनकी फसल का सही दाम न मिले, सरकार से रियायत और मदद न मिले तो वो किसान कितनी मुश्किल में आ जाएगा.
भाजपा को किसानों को जवाब देना चाहिए, आखिर किसानों की मदद के लिए उन्होंने क्या किया? उन्हें जवाब देना चाहिए, आखिर इतिहास में पहली बार किसानों से GST क्यों वसूला जा रहा है? उन्हें जवाब देना चाहिए, आखिर नोटबंदी और GST से किसानों और छोटे-मध्यम वर्ग के व्यापारियों को क्या फायदा हुआ और उनकी मदद के लिए भाजपा ने क्या किया?
कोरोना के वक्त भाजपा ने किसानों के लिए क्या किया? महंगाई और बेरोजगारी इतनी ज्यादा कैसे बढ़ गई? 400 का सिलेंडर 1100 रुपये के पार कैसे चला गया? पेट्रोल-डीजल 100 रुपये का कैसे हो गया? आज हमारे देश में किसानों पर अत्याचार हो रहा है, उनसे पैसे वसूले जा रहे हैं, ये हम सबकी जिम्मेदारी भी है और कर्तव्य भी कि हम सब, देश का पेट भरने वाले अन्नदाताओं के साथ मजबूती से खड़े हों और उनपर हो रहे ज़ुल्मों के खिलाफ अपनी आवाज उठाएं.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
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