!['भारत खुद को विश्वामित्र के रूप में देखता है...', हैदराबाद में बोले PM मोदी](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202311/modi_22-sixteen_nine.png)
'भारत खुद को विश्वामित्र के रूप में देखता है...', हैदराबाद में बोले PM मोदी
AajTak
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को गुलाम बनाने वालों ने योग और आयुर्वेद जैसी इसकी परंपराओं पर हमला किया. ऐसी कई महत्वपूर्ण परंपराएं थीं और उन पर हमला किया गया. इससे देश को भारी नुकसान हुआ.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत खुद को "विश्वामित्र" के रूप में देखता है और दुनिया इस देश को मित्र कहती है. कान्हा शांति वनम में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि देश को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा, जब अतीत में इसे गुलाम बनाने वालों ने इसकी मूल शक्ति- योग, ज्ञान और आयुर्वेद जैसी परंपराओं पर हमला किया. उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि गुलामी जब भी और जहां भी आई, उस समाज की मूल ताकत को निशाना बनाया गया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को गुलाम बनाने वालों ने योग और आयुर्वेद जैसी इसकी परंपराओं पर हमला किया. ऐसी कई महत्वपूर्ण परंपराएं थीं और उन पर हमला किया गया. इससे देश को भारी नुकसान हुआ. लेकिन समय बदल रहा है, भारत भी बदल रहा है. भारतीय जो भी निर्णय लेंगे, हम जो काम करेंगे वह आने वाली पीढ़ियों का भविष्य तय करेगा.
उन्होंने इस साल 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से की गई 'पंच प्रण' घोषणा को याद किया- एक विकसित भारत के लिए संकल्प, औपनिवेशिक मानसिकता के किसी भी निशान को हटाना, हमारी विरासत पर गर्व करना, एकता का निर्माण करना और कर्तव्यों को पूरा करना.
पीएम ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में सरकार ने देश की सांस्कृतिक विरासत को हर तरह से सशक्त बनाने का प्रयास किया है, चाहे वह योग या आयुर्वेद के संबंध में हो, आज भारत की चर्चा ज्ञान केंद्र के रूप में की जा रही है. उन्होंने याद दिलाया कि देश के प्रयासों के कारण संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया. एक विकसित भारत सुनिश्चित करने के लिए, हमें चार स्तंभों, 'नारी शक्ति', 'युवा शक्ति', 'श्रम शक्ति' और 'उद्यम शक्ति', अर्थात् महिलाओं, युवाओं, श्रमिकों और उद्यमों के सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है.
पीएम मोदी ने कहा कि गरीब, मछुआरे, किसान, छात्र, युवा... उनका सशक्तिकरण समय की मांग है और उनकी आकांक्षाओं को पूरा करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है. पहले लोगों को लाभ प्राप्त करने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन आज सरकार लाभार्थियों तक पहुंच रही है, एक समय था जब नागरिक सरकार के दरवाजे खटखटाते थे. आज, हम आपके दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250216071535.jpg)
आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं यह रेलवे का कुप्रबंधन है जिसके कारण इतने लोगों की जान चली गई. रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए, उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. कुंभ पर सवाल पूछे जाने पर पूर्व रेल मंत्री ने कहा कि 'कुंभ का क्या कोई मतलब है, फालतू है कुंभ.
![](/newspic/picid-1269750-20250216064455.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई, जिसमें 9 महिलाएं और कई बच्चे शामिल हैं. स्टेशन पर बिखरे सामान, जूते और कपड़े इस घटना की गवाही दे रहे हैं. भगदड़ के दौरान लोग जान बचाने के लिए सीढ़ियों और एस्केलेटर पर दौड़ पड़े. प्लेटफॉर्म पर सीमित जगह के कारण स्थिति और भी भयावह हो गई. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061033.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ पर रेलवे का बयान सामने आया है. नॉर्दर्न रेलवे के CPRO हिमांशु शेखर उपाध्याय के अनुसार, प्लेटफॉर्म 14-15 के बीच फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों पर एक यात्री के फिसलने से भगदड़ मच गई. उन्होंने बताया कि इस समय प्लेटफॉर्म 14 पर मगध एक्सप्रेस और प्लेटफॉर्म 15 पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस खड़ी थी. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061019.jpg)
प्रयागराज में संगम स्नान के बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू) पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा जाने वाली ट्रेनों में जबरदस्त दबाव देखने को मिल रहा है. हालात को संभालने के लिए RPF और GRP की टीम तैनात है, लेकिन यात्रियों की भारी भीड़ के कारण प्लेटफॉर्म पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050509.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ के बाद तस्वीरें सामने आई हैं. अपनी जान बचाने के लिए कई लोगों ने फुटओवर ब्रिज से प्लेटफॉर्म शेड पर छलांग लगा दी, जिससे कई यात्री घायल हो गए. भगदड़ के बाद प्लेटफॉर्म पर जूते, बैग, टूटी चप्पलें और यात्रियों का सामान बिखरा पड़ा है, जिसे अब हटाने का काम जारी है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050500.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (NDLS) पर हुई भगदड़ के भयावह मंजर को याद कर लोगों की रूह कांप रही है. हादसे की गवाह एक महिला ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ प्रयागराज जाने के लिए निकली थीं. महिला ने कहा कि हम आधे घंटे तक दबे रहे, मेरी ननद की मौत हो गई... हम उसे उठाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मुंह से झाग आ रहा था.