
भारत को एक सुधार-उन्मुख बजट की उम्मीद है जो अर्थव्यवस्था के व्यापक आर्थिक लचीलेपन को और मजबूत करेगा : प्रेसीडेंट पीएचडी चैंबर
ABP News
पीएचडी चैंबर के प्रेसीडेंट प्रदीप मुल्तानी को उम्मीद है कि बजट में की गई घोषणाएं अर्थव्यवस्था के नींव को मजबूत करके व्यापार और उद्योग को हैंडहोल्डिंग प्रदान कर भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी.
कोरोना महामारी के काल में दूसरी बार केंद्रीय बजट पेश किया जा रहा है. पिछली कई तिमाहियों में, सरकार ने आपूर्ति बाधाओं को दूर करने, खपत और मांग को बढ़ाने के लिए, एमएसएमई को हैंडहोल्डिंग प्रदान करने के लिए कई सुधार उपायों की घोषणा की है, जिन्होंने देश के व्यापक आर्थिक लचीलेपन को मजबूत किया है.
हाल ही में एनएसओ द्वारा जारी वित्त वर्ष 2021-22 के लिए हाल ही में 9.2% की जीडीपी वृद्धि का अनुमान के साथ प्रमुख आर्थिक और व्यावसायिक संकेतों के प्रदर्शन का अनुमान दर्शाता है कि वित्त वर्ष 2020-21 में COVID-19 महामारी प्रभाव के कारण गंभीर संकुचन देखा गया उसे विकास की राह पर फिर से लाने में मदद मिली है. इस गति को आगे बढ़ाने के लिए उद्योग, व्यापार और अर्थव्यवस्था को निरंतर सुविधाओं की आवश्यकता है.