भारत को आयात बिल के मोर्चे पर लगेगा झटका, कच्चे तेल का इंपोर्ट बिल पिछले साल से दोगुना होने के आसार
ABP News
देश के सामने आर्थिक मोर्चे पर कई चुनौतियां खड़ी हैं जिनमें कच्चे तेल के आयात बिल बढ़ने का खतरा शामिल है. क्रूड के दाम सात साल के उच्च स्तर पर आने से भारत का इंपोर्ट बिल दोगुना होने के पूरे आसार हैं.
Crude Oil Import Bill: भारत का कच्चे तेल का आयात बिल चालू वित्त वर्ष 2021-22 में 100 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर सकता है. यह पिछले वित्त वर्ष में कच्चे तेल के आयात पर हुए खर्च का लगभग दोगुना होगा. इसकी वजह है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें सात साल के उच्चस्तर पर पहुंच गई हैं.
पेट्रोलियम मंत्रालय के आंकड़े से सामने आई बातपेट्रोलियम मंत्रालय के पेट्रोलियम योजना और विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष 2021-22 के पहले 10 माह (अप्रैल-जनवरी) में भारत ने कच्चे तेल के आयात पर 94.3 अरब डॉलर खर्च किए हैं. अकेले जनवरी में कच्चे तेल के आयात पर 11.6 अरब डॉलर खर्च हुए हैं. पिछले साल जनवरी में भारत ने कच्चे तेल के आयात पर 7.7 अरब डॉलर खर्च किए थे.