
भारत की उत्तर में विकास यात्रा गिलगित-बाल्टिस्तान पहुंचकर पूरी होगी: राजनाथ सिंह
The Wire
स्वतंत्रता के बाद भारत की पहली सैन्य जीत के मौके पर श्रीनगर में आयोजित ‘शौर्य दिवस’ समारोह को संबोधित कर रहे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान अपने क़ब्ज़े वाले कश्मीर में लोगों के ख़िलाफ़ ‘अत्याचार’ कर रहा है और उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे.
श्रीनगर: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के लोगों पर उसके ‘अत्याचारों’ को लेकर पड़ोसी देश को कड़ा संदेश देते हुए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘हमने अभी उत्तर की ओर चलना शुरू किया है, हमारी यात्रा तब पूरी होगी, जब हम भारतीय संसद द्वारा 22 फरवरी 1994 को सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव को (पीओके के) शेष हिस्सों- गिलगित और बाल्टिस्तान में पहुंचकर लागू करेंगे.’
सिंह ने यह भी कहा, ‘हमने जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विकास की अपनी यात्रा अभी शुरू की है. जब हम गिलगित और बाल्टिस्तान तक पहुंच जाएंगे तो हमारा लक्ष्य पूरा हो जाएगा.’
स्वतंत्रता के बाद भारत की पहली सैन्य जीत के मौके पर श्रीनगर में आयोजित ‘शौर्य दिवस’ समारोह को संबोधित कर रहे सिंह ने यह भी कहा कि पाकिस्तान अपने कब्जे वाले कश्मीर में लोगों के खिलाफ ‘अत्याचार’ कर रहा है और उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे.
मालूम हो कि 22 फरवरी, 1994 को संसद के दोनों सदनों द्वारा सर्वसम्मति से अंगीकार किए गए संसदीय संकल्प के अनुसार सरकार की अटल और सैद्धांतिक स्थिति यह है कि केंद्र शासित क्षेत्र जम्मू कश्मीर और लद्दाख के समूचे भू-क्षेत्र भारत के अभिन्न अंग रहे हैं, हैं और रहेंगे.