भारत की आर्थिक विकास दर की रफ़्तार हुई धीमी, क्या रही प्रमुख वजहें
BBC
पिछले साल अक्तूबर-दिसंबर की 5.3 फीसदी की विकास दर, जनवरी-मार्च 2022 में 4.1 फीसदी आंकी गयी है. जीडीपी में आई इस गिरावट के कारण क्या रहे?
ओमिक्रॉन कोरोना संक्रमण की पाबंदियां और बढ़ती महंगाई की वजह जनवरी से मार्च, 2022 के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ़्तार धीमी रही.
भारत सरकार के सांख्यिकी और योजना क्रियान्वन मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल अक्तूबर-दिसंबर की 5.3 फीसदी की विकास दर, जनवरी-मार्च 2022 में 4.1 फीसदी आंकी गयी है.
विकास दर में इस धीमेपन के लिए पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ी हुई दर और उपभोक्ता स्तर पर लगातार चार महीनों से छह प्रतिशत से ज़्यादा की मुद्रास्फ़ीति को ज़िम्मेदार माना जा रहा है.
यूक्रेन और रुस के युद्ध की वजह से सप्लाई चेन पर असर पड़ा है और इससे खाद्यान्नों और अन्य ज़रूरत के सामान की क़ीमत बढ़ी है. इससे लोगों के ख़र्च करने की क्षमता पर भी असर पड़ा है.
कोरोना वायरस से भारत की आर्थिक परेशानियाँ कितनी बढ़ीं?