भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ी ख़ुशख़बरी, बढ़ीं उम्मीदें- प्रेस रिव्यू
BBC
जनवरी महीने में जो हुआ अगर वह आगे भी जारी रहता है तो भारत की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत ही शुभ संकेत है. पढ़ें आज के अख़बारों की अहम ख़बरें.
भारत की अर्थव्यवस्था के लिए यह किसी ख़ुशख़बरी से कम नहीं है. जनवरी महीने में भारत का मर्चेंडाइज़ निर्यात 34.5 अरब डॉलर पहुँच गया.
यह पिछले साल की तुलना में 25.3% ज़्यादा है. मंगलवार को इससे जुड़ा सरकारी डेटा जारी हुआ है जिसमें बताया गया है कि आयात में थोड़ी कमी आई है. ऐसे में भारत का व्यापार घाटा पिछले पाँच महीनों में सबसे निचले स्तर 17.4 अरब डॉलर पर आ गया है.
किसी भी देश की अर्थव्यवस्था की ताक़त उसके निर्यात से बढ़ती है. यानी आप विदेशों में अपना सामान ज़्यादा बेचते हैं और कम ख़रीदते हैं तो यह अर्थव्यवस्था की मज़बूती के संकेत हैं. इससे देश में विदेश मुद्रा भंडार बढ़ेगा और आयात बिल कम होगा. इसके साथ ही विदेशों में भारतीय उत्पाद की मांग बढ़ेगी तो रोज़गार भी पैदा होगा.
अंग्रेज़ी अख़बार द हिन्दू ने इस ख़बर को पहले पन्ने पर प्रमुखता से जगह दी है. हालांकि जनवरी में गुड्स का निर्यात दिसंबर की तुलना में 8.75% कम रहा. दिसंबर में गुड्स का निर्यात रिकॉर्ड 37.81 अरब डॉलर का हुआ था.