
भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार न होने से किसे हो रहा अधिक नुक़सान?
BBC
पुलवामा हमले और अनुच्छेद 370 को ख़त्म किए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापारिक रुकावटें जारी हैं. इस कारण किस देश को कितना नुक़सान हो रहा है.
अप्रैल की शुरुआत में भारत और पाकिस्तान के द्विपक्षीय रिश्ते एक बार फिर सुर्ख़ियों में आ गए थे और इसकी वजह थी पाकिस्तान के वित्त मंत्री का भारत के साथ दो साल से चले आ रहे एकतरफ़ा प्रतिबंध को वापस लिया जाना. हालाँकि, पाकिस्तान की कैबिनेट ने अगले ही दिन इस फ़ैसले को पलट दिया. भारत पहले भी संकेत दे चुका है कि वह व्यापार जारी रखने को तैयार है, लेकिन उसने इसकी ज़िम्मेदारी पाकिस्तान पर छोड़ दी है. इसके बावजूद हालिया दशकों में दोनों देश बड़े व्यापारिक साझेदार नहीं हैं, जबकि कुछ उद्योग और बाज़ार एक-दूसरे पर निर्भर करते हैं और व्यापार पर रोक के कारण इन पर भारी मार पड़ रही है. व्यापारिक कठिनाइयाँ बेहद छोटे स्तर पर बड़ी भूमिका निभाती हैं और हज़ारों लोगों की ज़िंदगियों को भी प्रभावित करती हैं. साल 2018 में आई विश्व बैंक की एक रिपोर्ट का कहना था कि अगर दोनों देश हाई टैरिफ़, कठिन वीज़ा नीतियों और बोझिल प्रक्रियाओं को हटा देते हैं, तो उनके बीच व्यापार 2 अरब डॉलर से बढ़कर 37 अरब डॉलर का हो सकता है.More Related News