
भारत आबादी के मामले में पूर्वानुमान से पहले ही पड़ोसी देश चीन को छोड़ सकता है पीछे
ABP News
पेकिंग विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर लियांग जियानझेंग ने ग्लोबल टाइम्स से कहा कि चीन की प्रजनन दर में आने वाले वर्षों में भी गिरावट जारी रहेगी और यह दुनिया में सबसे कम भी रह सकती है.चीन प्रजनन दर में गिरावट के जोखिम का सामना कर रहा है क्योंकि देश में वर्ष 2020 में एक करोड़ 20 लाख बच्चे पैदा हुए और यह लगातार चौथे साल प्रजनन दर में गिरावट दर्ज की गई.
जल्द ही भारत दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा. जनसंख्या संबंधी अध्ययन के चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि भारत संयुक्त राष्ट्र के पूर्वानुमान के मुकाबले वर्ष 2027 से पहले ही चीन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा. चीन में पिछले कुछ वर्षों में जन्म दर में गिरावट दर्ज की जा रही है.More Related News