
भारतीय सेना अफगानी सैनिकों की ट्रेनिंग रखेगी जारी, बाद में एंबेसी लेगी फैसला
The Quint
Training of Afghan soldiers: एक दशक से अधिक समय से अब तक हजारों अफगान राष्ट्रीय सेना के सैनिकों ने भारत में ट्रेनिंग प्राप्त किया है. For more than a decade, thousands of Afghan National Army soldiers have received training from the IDF.
भारतीय सेना ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अपने संस्थानों में अफगान सैनिकों की ट्रेनिंग जारी रखने का फैसला किया है. यह ट्रेनिंग उनके पाठ्यक्रम पूरा कर लेने तक जारी रहेगी. इसके बाद उनका दूतावास भविष्य के बारे में फैसला करेगा.अफगानिस्तान के लगभग 130 सैनिक, देहरादून के भारतीय सैन्य अकादमी सहित भारतीय रक्षा बलों की विभिन्न अकादमियों में ट्रेनिंग ले रहे हैं.सेना के सूत्रों ने ANI को बताया, "यह तय किया गया है कि हम इन कैडेटों को अपना प्रशिक्षण जारी रखने और अपने संबंधित पाठ्यक्रमों को पूरा करने की अनुमति देंगे. उसके बाद, अफगान दूतावास के अधिकारी उनके भविष्य पर फैसला करेंगे."भारत में ट्रेनिंग लेते हैं कई अफगानी सैनिकक्षमता निर्माण कार्यक्रम (Capacity Building Program) के हिस्से के रूप में, भारतीय रक्षा बल एक दशक से अधिक समय से अफगान कैडेटों और सैनिकों को अपनी अकादमियों में, विभिन्न सैन्य कौशल (Military Skills) की ट्रेनिंग दे रहे हैं और अब तक हजारों अफगान राष्ट्रीय सेना के सैनिकों ने भारत में प्रशिक्षण प्राप्त किया है.सूत्रों के अनुसार, सबसे ज्यादा अफगान छात्र देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी में हैं जिसमें 80 कैडेट हैं, जबकि शेष 50 चेन्नई में अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खड़गवासला में हैं.एक संभावना यह भी है कि उन्हें तालिबान सेना में जगह दे दी जाए, जैसा कि कई अफगान सैन्य अधिकारियों के साथ हुआ है. लेकिन यह अभी निश्चित नहीं है और यह सब विभिन्न अफगान गुटों के बीच वार्ता के निष्कर्ष पर निर्भर करेगा.ADVERTISEMENTअफगान सैनिक, अमेरिका के साथ गठबंधन के तहत तालिबान के खिलाफ लड़ने के लिए विभिन्न अकादमियों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे. लेकिन, जब युद्ध छिड़ गया तो सामने यह आया कि अफगान सेना ने तालिबान सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, जबकि तालिबान सेना संख्या बल में कम थी. जिसके बाद उनके सभी हथियार और उपकरण भी तालिबान आतंकवादियों को मिल गए.तालिबान ने जिस गति से एक शहर के बाद एक शहर पर कब्जा किया, उसने अमेरिकी सेना को भी आश्चर्यचकित कर दिया. अमेरिकी सैनिक, जिन्होंने अफगानिस्तान में आतंकवाद को समाप्त करने की कोशिश में 20 साल बिताए और अन्ततः अफगानिस्तान छोड़कर चले गए.(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)ADVERTISEMENT...More Related News