भारतीय कॉरपोरेट घराने देसी कपड़ों पर लगा रहे बड़े दांव
BBC
जानकारों के मुताबिक़, भारतीय कॉरपोरेट घराने लग्जरी फ़ैशन डिजाइनरों को बढ़ावा दे रहे हैं.
भारत के सबसे बड़े व्यापार घराने घरेलू डिज़ाइनर ब्रांडों को बढ़ाने और उन्हें वैश्विक बाज़ारों में फैलाने के लिए इन ब्रांडों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं.
जानकारों के मुताबिक़, यह प्रवृत्ति लक्ज़री रिटेल मार्केट के परिपक्व होने के मुहाने पर खड़े होने का इशारा कर रही है.
अक्टूबर में, दिग्गज रिलायंस समूह की सहायक कंपनी 'रिलायंस ब्रांड्स लिमिटेड' (आरबीएल) ने सेलिब्रिटी फ़ैशन डिज़ाइनर मनीष मल्होत्रा के नाम वाले लेबल में 40 फ़ीसदी हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की. इसके एक हफ़्ते बाद आरबीएल ने भारत के सबसे पुराने फ़ैशन हाउसों में से एक 'रितु कुमार' में 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी खरीद ली.
पिछले 30 साल से बॉलीवुड के स्टार कलाकारों को अपनी ड्रेस पहना रहे मल्होत्रा ने क़रीब 15 साल पहले अपने लेबल को लॉन्च किया था. फोर्ब्स के अनुसार, इस समय उनकी सालाना आय 3 करोड़ डॉलर की है.
मल्होत्रा ने बताया कि रिलायंस जैसे कॉरपोरेट घराने के साथ साझेदारी करने के फ़ैसले की एक वज़ह आने वाले वक़्त में उनका फ़िल्म निर्देशन में उतरने का निर्णय है. हालांकि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार की उनकी महत्वाकांक्षा का भी नतीजा है.