भागलपुर में गंगा नदी पर जो पुल ढहा, वो कितना अहम? जानें- इसे बनाने वाली कंपनी का पूरा लेखा-जोखा
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भागलपुर में रविवार को गंगा नदी पर बन रहा एक पुल ढह गया. पिछले साल भी तेज बारिश और हवा के चलते पुल का कुछ हिस्सा टूट गया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2014 में इस पुल की आधारशिला रखी थी और मार्च 2019 तक इसे बनकर तैयार होना था. हालांकि, अब तक ये पुल बन नहीं सका है.
बिहार के भागलपुर में गंगा नदी पर बन रहा एक पुल ताश के पत्तों की तरह ढह गया. इस पुल को 1,717 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा था. सूत्रों ने बताया कि पुल के पिलर के कम से कम 30 स्लैब इसमें ढह गए.
चार लेन का ये ब्रिज भागलपुर के सुल्तानगंज से खगड़िया के अगुवानी तक बन रहा था. नीतीश सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं. पिछले साल भी तेज हवा और बारिश में ये पुल गिर गया था. 2014 में इस पुल का काम शुरू हुआ था और इसके पूरे होने की डेडलाइन आठ बार बढ़ाई जा चुकी है.
इस पुल का काम मार्च 2019 तक पूरा हो जाना था, लेकिन तब तक 25% काम भी ठीक तरह से नहीं हुआ था. बाद में सरकार ने इसकी डेडलाइन को 2020 और फिर 2022 तक बढ़ा दिया.
पिछले साल 30 अप्रैल को तेज बारिश और हवा की वजह से इस पुल के दो पिलर गिर गए थे. उस समय भी इसके कंस्ट्रक्शन वर्क पर सवाल उठे थे, लेकिन इसे बनाने वाली कंपनी के खिलाफ कोई एक्शन लेने की बजाय पुल का काम पूरा करने के लिए वक्त दे दिया गया. ये ब्रिज इसलिए जरूरी है, क्योंकि ये उत्तर और दक्षिण बिहार को आपस में जोड़ता है.
क्या प्लानिंग के तहत ढहा पुल?
- इस पुल के ढहने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात कही है. उन्होंने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा, यही पुल पिछले साल भी ढह गया था. इसे ठीक तरीके से नहीं बनाया जा रहा है, इसलिए ये बार-बार ढह रहा है.
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