
‘भगवा शॉल विरोध नहीं, हिजाब का रिऐक्शन है’: उडुपि से ग्राउंड रिपोर्ट
BBC
कर्नाटक के उडुपि में मुस्लिम छात्राओं के क्लासरूम में हिजाब पहनने की मांग करने और विरोध में हिंदू छात्र-छात्राओं के भगवा शॉल ओढ़ने से पैदा हुए हंगामे के पीछे क्या है?
मुँह पर काला मास्क, गले में भगवा शॉल और नारा, "जय श्री राम". आठ फरवरी को आकांक्षा एस हंचिनामठ उन सैकड़ों छात्र-छात्राओं में शामिल थीं जो हिजाब की मांग कर रहीं मुस्लिम छात्रों के सामने खड़े थे.
कर्नाटक के तटीय शहर उडुपि के महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) कॉलेज के कैम्पस में अगली क्लास के लिए घंटी बजी ही थी कि ये छात्र आमने-सामने हो गए.
उस दिन एमजीएम कॉलेज समेत कर्नाटक के कई कॉलेजों में भगवा शॉल और पगड़ी पहने छात्र-छात्राएँ हिजाब पहनने वालों का विरोध कर रहे थे.
आकांक्षा के घर में जब हमारी उनसे मुलाकात हुई तो उन्होंने अपनी भगवा शॉल दिखाई और बताया कि वो उस दिन पूरी तैयारी के साथ कॉलेज गईं थीं.