
ब्लैक फ़ंगस: चार सर्जरी, एक आँख गंवाई लेकिन नहीं छोड़ा हौसला, गुजरात की महिला की कहानी
BBC
गुजरात की दीपिकाबेन को पहले कोरोना हुआ और फिर ब्लैक फ़ंगस. कैसे डॉक्टरों ने उनकी जान बचाई, पढ़िए इस रिपोर्ट में.
कोविड से जूझते भारत में रिपोर्टों के मुताबिक़ अभी तक 12,000 से ज़्यादा म्यूकरमायकोसिस या ब्लैक फ़ंगस के मामले सामने आ चुके हैं. आकलन ये है कि इस बीमारी से संक्रमित क़रीब 50 प्रतिशत लोगों की मौत हो जाती है और जो बचते हैं, कई बार उनकी जान बचाने के लिए उनकी आँखें निकालनी पड़ती हैं. भारत में ब्लैक फ़ंगस की दवा की कालाबाज़ारी और लगातार बढ़ते मामले कोरोना के बाद कैसे रखें अपने दिल और फेफड़ों का ख़्याल? आँखों के सर्जन डॉक्टर सपन शाह के मुताबिक़ अहमदाबाद में रह रहीं दीपिकाबेन मुकेशभाई शाह का मामला गुजरात से रिपोर्ट हुए ब्लैक फ़ंगस के शुरुआती मामलों में से एक था.More Related News