ब्रिटिश अधिकारियों की जगह अब देश के वीर सैनिकों के नाम होगी छावनियों की सड़कों और इमारतों के नाम
ABP News
Defence Estates Day: देश में फिलहाल 62 कैंटोनमेंट बोर्ड हैं और वो रक्षा संपदा महानिदेशालय के अधीन है इसके अलावा देश में रक्षा मंत्रालय की 18 लाख एकड़ जमीन डिफेंस एस्टेट्स डायरेक्टरेट के अंतर्गत आती है
Defence Estates Day: गुरूवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह डिफेंस एस्टेट्स डायरेक्टेट यानि रक्षा संपदा महानिदेशालय के 96वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे. इस दौरान महानिदेशालय के अधिकारियों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण करने वाले बहादुर सैनिकों और दिग्गज लोगों के नाम पर कैंट और सैन्य छावनियों में सड़कों और इमारतों के नाम होने चाहिए. इस दौरान डीजी, डिफेंस एस्टेट्स, अजय कुमार शर्मा और रक्षा सचिव अजय कुमार भी मौजूद थे.
हालांकि, रक्षा मंत्री ने ये भी कहा कि सड़क इत्यादि के नाम बदलने के दौरान इतिहास से किसी तरह छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए. साथ ही जिन ब्रिटिश अधिकारियों और सैनिकों ने देश के लोगों की भलाई के लिए सराहनीय कार्य किया है उनके नाम नहीं बदलने चाहिए. आपको बता दें कि देश में फिलहाल 62 कैंटोनमेंट बोर्ड (छावनी परिषद) हैं और रक्षा संपदा महानिदेशालय के अधीन है. इसके अलावा देशभर में रक्षा मंत्रालय की करीब 18 लाख एकड़ की जमीन भी डिफेंस एस्टेट्स डायरेक्टरेट के अंतर्गत आती है.