बेसमेंट में एंट्री-एग्जिट का एक ही रास्ता, घुप अंधेरा और 'बाढ़' में फंस गए 35 छात्र... RAU's IAS कोचिंग सेंटर में हादसे की पूरी डिटेल
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छात्रों ने बताया कि हर बार बारिश में कोचिंग सेंटर के सामने और बेसमेंट में पानी भरता है. लेकिन इसके स्थायी समाधान के लिए कुछ नहीं किया जाता है. ओल्ड राजेंद्र नगर के 80% कोचिंग सेंटर्स में लाइब्रेरी बेसमेंट में बनी है. 10 मिनट की बारिश में यहां पानी भर जाता है. एमसीडी ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है.
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कल शाम (27 जुलाई) एक दर्दनाक हादसा हो गया. यहां स्थित RAU's IAS Study Circle के बेसमेंट में पानी भरने से दो छात्राओं और एक छात्र की मौत हो गई. दरअसल, कोचिंग सेंटर की लाइब्रेरी बिल्डिंग के बेसमेंट में बनी थी, जहां सिविल सर्विस की तैयारी करने वाले छात्र पढ़ाई कर रहे थे. भारी बारिश के चलते कोचिंग सेंटर के सामने मुख्य रोड पर पानी भर गया था. शाम 6:30 बजे के करीब सड़क पर भरा पानी अचानक RAU's IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में भरने लगा.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जिस समय बेसमेंट में पानी घुसा उस वक्त वहां 35 छात्र-छात्राएं मौजूद थे. पहले तो कोचिंग सेंटर के कर्मियों और वहां मौजूद छात्र-छात्राओं ने खुद ही बेसमेंट में फंसे लोगों को बचाने के प्रयास शुरू किए. ज्यादातर तो बाहर निकलने में सफल रहे, लेकिन कुछ अंदर ही फंस गए. पानी तेजी से भरने के कारण पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई. करीब 30 मिनट बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची, तब तक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पूरी तरह पानी भर चुका था.
रेस्क्यू के लिए बुलानी पड़ी एनडीआरएफ टीम
अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू में दिक्कत भी हुई. हालात बिगड़ने पर एनडीआरएफ को बुलाना पड़ा. एनडीआरएफ ने पंप के सहारे बेसमेंट से पानी फ्लश आउट करना शुरू किया. गोताखोरों ने तलाश शुरू की तो, अंदर तीन शव मिले. RAU's IAS कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले कुछ छात्रों ने बताया कि बेसमेंट में लाइब्रेरी के अलावा एक क्लास रूम भी बना है. बेसमेंट में आने और जाने के लिए एक ही रास्ता है. कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग करीब 400 गज में बनी है. ग्राउंड फ्लोर पर पार्किंग है और चार फ्लोर पर क्लास रूम के अलावा अन्य कार्यों के लिए स्पेस उपलब्ध कराया गया है.
छात्रों ने बताया कि हर बार बारिश में कोचिंग सेंटर के सामने और बेसमेंट में पानी भरता है. लेकिन इसके स्थायी समाधान के लिए कुछ नहीं किया जाता है. एक दूसरे छात्र ने कहा कि ओल्ड राजेंद्र नगर के 80% कोचिंग सेंटर्स में लाइब्रेरी बेसमेंट में बनी है. 10 मिनट की बारिश में यहां पानी भर जाता है. एमसीडी ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है. दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने इस हादसे की मजिस्ट्रेट जांच कराने के आदेश दिए हैं. दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि जिन लोगों की लापरवाही के कारण यह घटना हुई है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
ड्रेन टूटने या पाइप फटने से हादसे की आशंका
कजाकिस्तान में अजरबैजान एयरलाइंस का विमान पक्षी की टक्कर के बाद क्रैश हो गया, जिसमें 42 लोग मारे गए. विमान ने करीब एक घंटे तक लैंडिंग की कोशिश की लेकिन पायलट इसमें विफल रहे. इस बीच जीपीएस में गड़बड़ी की बात भी सामने आ रही है, लेकिन अभी स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है. खासकर ग्रोज्नी के पास जीपीएस जैमिंग का संदेह है.
अजरबैजान एयरलाइंस का एम्ब्रेयर E190AR विमान बाकू से रूस के चेचन्या जा रहा था. विमान में 67 लोग सवार थे, जिनमें से 42 लोगों की मौत हो गई. इस घटना में 25 लोग बचने में सफल रहे. स्थानीय अधिकारियों और घटनास्थल से प्राप्त वीडियो के मुताबिक, कैस्पियन सागर तट पर कजाकिस्तान के अक्तौ शहर के पास हुए विमान हादसे में पहले बचावकर्मियों की तत्परता से कई लोगों को बचा लिया गया.