बुलेट रिपोर्टर: जिस गांव को PM Modi ने लिया गोद, कितनी बदली तस्वीर?
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उत्तर प्रदेश की सियासत एक्सप्रेस वे पर रफ्तार पकड़ रही है लेकिन उत्तर प्रदेश की राजनीति का असली अखाड़ा गांव की पगडंडियों से होकर गुजरता है. गांव, जहां विकास के पहिए की रफ़्तार या तो थम जाती है या फिर इतनी धीमी होती जाती है कि गति का अहसास तक नहीं होता. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चुनावी क्षेत्र वाराणसी के शहरी इलाक़ों के कायाकल्प की तस्वीर तो लोगों के सामने हैं पर क्या बदलाव की ये बयार गांवों तक पहुंची है? ये जानने के लिए बुलेट रिपोर्टर की टीम पहुंची जयापुर गांव जिसे पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2014 में गोद लिया था. देखिए ये रिपोर्ट.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज देश में डिफेंस और रेलवे ये दो ऐसे सेक्टर हैं जिनके राजनीतिकरण से बचते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है. ये देश की ताकत हैं. रेलवे का पूरा फोकस गरीब और मिडल क्लास परिवारों पर. एसी और नॉन एसी कोच के रेशियो को मेंटेन किया गया. जब कई सदस्यों की ओर से जनरल कोच की डिमांड आई तो 12 कोच जनरल कोच बनाए जा रहे हैं. हर ट्रेन में जनरल कोच ज्यादा हो, इस पर काम किया जा रहा है.