
बीफ की वजह से पिछले 5 सालों में कई सांप्रदायिक घटनाएं- असम CM
The Quint
Assam CM|हेमंता बिस्वा सरमा ने कहा, पिछले पांच सालों में जितने भी सांप्रदायिक हिंसा के मामले सामने आए हैं, वो बीफ खाने के इर्द-गिर्द घूमते हैं. Himanta Biswa Sarma said must respect the sensitivity of the non-beef eating community
असम विधानसभा में मवेशी संरक्षण बिल 2021 पास कर दिया गया है. जिसके बाद से अब असम में किसी मंदिर या ऐसे ही धार्मिक स्थल के 5 किलोमीटर के दायरे में बीफ की बिक्री और खरीदारी पर पूरी तरह बैन लगा दिया गया है. लेकिन इस बिल के पास होने के बाद असम के सीएम हेमंता बिस्वा सरमा ने एक विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा कि, पिछले पांच सालों में जितने भी सांप्रदायिक हिंसा के मामले सामने आए हैं, वो बीफ खाने के इर्द-गिर्द घूमते हैं. हमें बीफ नहीं खाने वाले समुदाय की भावनाओं का आदर करना चाहिए. मुस्लिम समुदाय भी करे सहयोग- सरमाअसम के सीएम ने अपने बयान में ये बताया कि बीफ खाने या इसकी बिक्री को लेकर ही ज्यादा सांप्रदायिक घटनाएं होती हैं. सरमा ने कहा कि, हिंदू, सिख जैन और ऐसे ही बीफ नहीं खाने वाले समुदाय के लोग भी यहां रहते हैं. यहां तक कि कुछ मुस्लिम भी ऐसे हैं जो बीफ नहीं खाते हैं. सरमा ने यहां तक कहा कि हिंदू ही सिर्फ सांप्रदायिक सौहार्द के लिए जिम्मेदार नहीं होने चाहिए, इसमें मुस्लिम समुदाय को भी सहयोग करना चाहिए.अब असम में मवेशी संरक्षण बिल 2021 जल्द कानून में बदल जाएगा, जिसके बाद धार्मिक स्थलों के 5 किलोमीटर के दायरे में आने वाले तमाम बूचड़खाने बंद हो जाएंगे, या फिर उन्हें 5 किलोमीटर के दायरे से बाहर जाना होगा. इस बिल के पास होने पर विधानसभा में बीजेपी विधायकों ने जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे लगाए.ADVERTISEMENTकानून से मवेशियों का वध करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है. इस कानून के तहत सिर्फ उन्हें ही मवेशियों का मांस सप्लाई या बेचने का अधिकार दिया गया है, जिनके पास पशु चिकित्सा अधिकारी से मिला लाइसेंस है. ऐसा नहीं होने पर सख्त कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है.ADVERTISEMENT...More Related News