बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन और समापन समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे भारतीय राजनयिक
The Wire
भारत सरकार ने घोषणा की कि बीजिंग में भारतीय दूतावास का कोई भी राजनयिक 2022 शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन और समापन समारोह में हिस्सा नहीं लेगा, क्योंकि चीन ने गलवान घाटी में हुई झड़प में शामिल एक सैन्य कमांडर को इन खेलों का मशालवाहक बनाया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बाग्ची ने चीन के इस क़दम को ‘खेदजनक’ क़रार दिया है.
नई दिल्ली/बीजिंग/वॉशिंगटन: भारतीय राजनयिक शुक्रवार (4 फरवरी) को बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के भव्य उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे, जिसे चीन के शिनजियांग प्रांत में मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों के कारण अमेरिका और उनके सहयोगियों के राजनयिक बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है. Consequent to the announcement by @meaindia, @ddsportschannel will not telecast live the Opening and Closing ceremonies of the Winter Olympics being held in Beijing. https://t.co/sSP1EX9pSQ It's shameful that #Beijing chose a torchbearer for the #Olympics2022 who's part of the military command that attacked #India in 2020 and is implementing #genocide against the #Uyghurs. The U.S. will cont. to support #Uyghur freedoms & the sovereignty of India. US stands with #India against Chinese aggression: Senators Ned Price | Track today's #latestnews here: https://t.co/UoMJYOxfg5 pic.twitter.com/uZAQ99RMsZ
एक पखवाड़े तक चलने वाले शीतकालीन ओलंपिक की शुरुआत की घोषणा राष्ट्रपति शी जिनपिंग करेंगे. अमेरिका, यूरोपीय यूनियन और कई पश्चिमी देशों ने उद्घाटन समारोह के राजनयिक बहिष्कार का फैसला किया है. इस बीच कोविड-19 संक्रमण का खतरा भी बरकरार है. — Shashi Shekhar Vempati शशि शेखर (@shashidigital) February 3, 2022 — Senate Foreign Relations Committee Ranking Member (@SenateForeign) February 3, 2022 — Economic Times (@EconomicTimes) February 4, 2022
चीन द्वारा गलवान घाटी में भारतीय सेना के साथ साल 2020 हुई में झड़प में शामिल एक सैन्य कमांडर को इन खेलों का मशालवाहक बनाया जाने खबर सामने आने के बाद भारत सरकार की ओर से यह फैसला किया गया है.
नई दिल्ली में भारत ने गुरुवार को घोषणा की कि बीजिंग में भारतीय दूतावास के मामलों के प्रमुख 2022 शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन या समापन समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे, क्योंकि चीन ने गलवान घाटी झड़प में शामिल सैन्य कमांडर को इस प्रतिष्ठित खेल प्रतियोगिता का मशाल धारक बनाकर सम्मानित किया है.