
बिहार: शीतकालीन सत्र के बीच विधानसभा परिसर में मिली शराब की ख़ाली बोतलें, जांच के आदेश
The Wire
शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विधानसभा भवन परिसर के दक्षिण-पूर्वी छोर पर दोपहिया वाहनों के पार्किंग स्थल के रूप में चिह्नित क्षेत्र में शराब की कुछ ख़ाली बोतलें मिली थीं, जिसके बाद विपक्ष ने सदन में हंगामा किया. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद शराब की उपलब्धता और उसके सेवन को रोक पाने में नीतीश सरकार पर विफल रहने का आरोप लगाया.
पटना: बिहार में मंगलवार को विधानमंडल परिसर में शराब की खाली बोतलें मिलने के मामले को प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव द्वारा सदन में उठाए जाने तथा राजद सदस्यों के हंगामे के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है. विधानसभा परिसर में शराब ही शराब। यह अति है। मुख्यमंत्री सह गृहमंत्री नीतीश जी को अब एक सेंकड भी सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। मुख्यमंत्री सचिवालय के बाद आज बिहार विधानसभा परिसर में भी शराब की बोतलें बरामद।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विधानसभा भवन के दक्षिण-पूर्वी छोर पर शराब की खाली बोतलें मिलने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. मालूम हो कि राज्य में शराब प्रतिबंधित है. मुख्यमंत्री कल इसी परिसर में NDA के विधायकों को संकल्प दिला रहे थे। जो विधायक उनसे शराबबंदी की विफलता पर सवाल कर रहे थे उन्हें वो डाँट रहे थे। pic.twitter.com/HkttaPaBDJ हाँ! बिहार में कथित शराबबंदी है जिसके कारण राज्य में 20 हज़ार करोड़ से अधिक की समानांतर अवैध अर्थव्यवस्था चल रही है। प्रशासनिक अराजकता के कारण चहुँओर अव्यवस्था, तस्करी और भ्रष्टाचार चरम पर है। pic.twitter.com/IAONlCKy2f
इससे पहले विधानसभा परिसर में दोपहिया वाहनों के लिए पार्किंग स्थल के रूप में चिह्नित क्षेत्र में एक पेड़ के नीचे शराब की कुछ खाली बोतलें मिलने पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने स्थल का निरीक्षण किया और नाराजगी जताते हुए प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद शराब की उपलब्धता और उसके सेवन को रोक पाने में सरकार पर विफल रहने का आरोप लगाया और मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की. — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 30, 2021 — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 30, 2021