बिलक़ीस केस: दोषियों की सज़ा माफ़ी की समिति में थे भाजपा विधायक और गोधरा मामले के गवाह
The Wire
बिलक़ीस बानो के सामूहिक बलात्कार और उनके परिजनों की हत्या के 11 दोषियों की सज़ा माफ़ करने वाली समिति के चार सदस्य भाजपा से जुड़े थे, जिनमें दो विधायकों के अलावा पूर्व पार्षद और गोधरा अग्निकांड मामले के गवाह मुरली मूलचंदानी शामिल थे. उस मामले में उनकी गवाही को कोर्ट ने झूठा क़रार दिया था.
नई दिल्ली: गुजरात में भारतीय जनता पार्टी के दो विधायक उस समिति का हिस्सा थे जिसने 2002 के दंगों में बिलकिस बानो के साथ हुए सामूहिक बलात्कार और उनके परिवार के सात सदस्यों की हत्या करने वाले 11 दोषियों की रिहाई की सिफारिश की थी. “They are Brahmins,Men of Good Sanskaar. Their conduct in jail was good": BJP MLA #CKRaulji who was on the panel that recommended release of 11 convicts who gang-raped #BilkisBano & killed her child. @ashish_ramola from the ground. Full interview here: https://t.co/uyPBGyRRnr pic.twitter.com/WRWZ6PjVMh
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा विधायक सीके राउलजी और सुमन चौहान गोधरा कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट सुजल मायत्रा की अध्यक्षता वाली उस समिति का हिस्सा थे, जिसने इन दोषियों को सजा में छूट की सिफारिश करने के लिए ‘सर्वसम्मति से निर्णय’ लिया. — Mojo Story (@themojostory) August 18, 2022
समिति के दो अन्य सदस्य भी भाजपा से जुड़े हुए हैं. अखबार के अनुसार, वे सामाजिक कार्यकर्ता और भाजपा गोधरा नगर निगम के पूर्व पार्षद मुरली मूलचंदानी और भाजपा की महिला शाखा की कार्यकर्ता स्नेहाबेन भाटिया हैं.
मूलचंदानी को गोधरा ट्रेन अग्निकांड, जिसमें अयोध्या से लौट रहे 59 कारसेवकों को जिंदा जला दिया गया था, के मामले में अभियोजन पक्ष द्वारा एक चश्मदीद गवाह के तौर पर पेश किया गया था.