बिकरू कांड: इंस्पेक्टर विनय तिवारी की बेल खारिज, HC ने कहा- विकास दुबे को दी पुलिस रेड की सूचना
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कोर्ट ने माना कि पर्याप्त सबूत के मुताबिक याचिकाकर्ताओं ने पुलिस की दबिश की जानकारी गैंगस्टर विकास दुबे और उसके साथियों को पहले ही दे दी थी. इस सूचना की वजह से गैंगस्टर दबिश को लेकर न सिर्फ सचेत हुए बल्कि उन्हें जवाबी कार्रवाई करने का भी मौका मिला. इसी कारण 8 पुलिस वालों को जान गंवानी पड़ी.
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने बिकरू हत्याकांड मामले में आरोपी पाए गए तत्कालीन एसओ विनय तिवारी और दरोगा केके शर्मा की बेल याचिका खारिज कर दी है. इनपर मुखबिरी और रेड संबंधी जानकारी लीक करने के आरोप लगे हैं. इसके साथ ही इन दोनों पर हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के गैंग को संरक्षण देने के आरोप भी लगे हैं.
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
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