बांस के बल्ले को MCC ने दिखाया ठेंगा, कहा-'ये क्रिकेट रूल्स के खिलाफ'
Zee News
इंटरनेशनल रुल 5.3.2 के तहत 'बैट का ब्लेड सिर्फ लकड़ी (Willow) का होना चाहिए.' बांस के बल्ले (Bamboo Bats) का इस्तेमाल करने से पहले नियमों में बदलाव करना होगा, क्योंकि बांस को 'घास' (Grass) की कैटेगरी में रखा जाता है.
नई दिल्ली: कुछ दिनों पहले इस बात का सुझाव दिया गया था क्रिकेट के खेल में बांस के बल्लों का इस्तेमाल किया जाए क्योंकि इससे बेहतर नतीजे सामने आ सकते हैं, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट के नियमों की देखरेख करने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) को ये सलाह पसंद नहीं आई. MCC has read with interest the research study from the University of Cambridge, which suggests that cricket bats made from bamboo offer a more suitable alternative to the traditional use of willow. बांस के बल्ले पर रिसर्च करने वाले दर्शील शाह (Darshil Shah) और बेन टिंकलेर डेविस ने किया है. शाह ने ‘द टाइम्स’ से कहा, ‘एक बांस के बल्ले से यॉर्कर गेंद पर चौका मारना आसान होता है क्योंकि इसका स्वीट स्पॉट बड़ा होता है. यॉर्कर पर ही नहीं बल्कि हर तरह के शॉट के लिए यह बेहतर है.’ Our statement can be read belowMore Related News