
बांग्लादेश के पहले हिंदू चीफ़ जस्टिस को सज़ा, सरकार पर लगाए थे गंभीर आरोप
BBC
पूर्व चीफ़ जस्टिस एसके सिन्हा को बांग्लादेश की एक कोर्ट ने 11 साल की सज़ा सुनाई है. सिन्हा ने बीबीसी से ख़ास बातचीत में आरोप लगाया था कि बांग्लादेश सरकार ने उन पर देश से बाहर निकल जाने का दवाब बनाया.
बांग्लादेश की एक कोर्ट ने मंगलवार को देश के पूर्व चीफ़ जस्टिस सुरेंद्र कुमार सिन्हा (एसके सिन्हा) को मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के मामले में 11 साल की सज़ा सुनाई.
एसके सिन्हा फिलहाल अमेरिका में हैं. वो बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के पहले व्यक्ति हैं जो देश के चीफ़ जस्टिस बने. हालांकि, वो ज़्यादा वक़्त तक इस पद पर नहीं रह सके और साल 2017 में ही देश छोड़कर चले गए थे.
उन्होंने तब बीबीसी हिंदी से ख़ास बातचीत की थी और दावा किया था कि बांग्लादेश सरकार ने 'उन पर देश से बाहर निकल जाने का दबाव बनाया'.
सिन्हा जनवरी 2015 से नवंबर 2017 तक बांग्लादेश के चीफ़ जस्टिस थे. वो देश के 21वें और अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय से पहले चीफ़ जस्टिस थे.
बांग्लादेश सरकार ने उन पर भ्रष्ट तौर तरीके अपनाने का आरोप लगाया था जबकि सिन्हा का कहना था कि दूसरे सुधारों के साथ वो चुनाव प्रणाली में पारदर्शिता लाना चाहते थे जो सरकार को रास नहीं आया.