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बहुजन हिताय Vs बहुजन राजनीति: BSP ने दलितों को दिलाया कौन सा हक?
The Quint
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बहुजन हिताय बहुजन सुखाय का सन्देश गौतम बुद्ध ने दिया था. सामाजिक न्याय एवं मानवता के जो आन्दोलन रहे हैं, वो किसी न किसी रूप में इस विचारधारा से प्रभावित रहे हैं .ज्योतिबा फूले, शाहू जी महाराज एवं डॉ. अम्बेडकर आदि महापुरुषों के जो आन्दोलन रहे हैं उनपर इस विचार की छाप रही है. कांशीराम जी ने तो पार्टी का नाम ही बहुजन समाज पार्टी रख दिया. नाम अपने आप में बहुत कुछ कह देता है, लेकिन जिस तरह से कामकाज रहा उसमे मानवीय पक्ष ना के बराबर रहा. विचारधारा जब मानव कल्याण से अधिक व्यक्तिवाद एवं लक्ष्य प्राप्ति के लिए हो जाती है, तो अन्दर से खोखला हो जाती है.बहुजन राजनीति या बहुजन सामाजिक कार्य के वजह से बहुत संगठन खड़े हो गए. जाति की भावना बहुत बड़ा हथियार है लोगों को गोलबंद करने का. पहली बार 85 बनाम 15 की बात बहुप्रचारित हुई. 15 प्रतिशत सवर्णों के द्वारा शोषित एवं भेदभाव से पीड़ित लोग जुड़ते चले गए क्योंकि उन्हें लगा कि इससे न केवल अपनी हिस्सेदारी ले सकेंगे बल्कि बदला भी. इस बहुजन आन्दोलन में न कार्यकर्ता के कल्याण की बात हुई और न भागेदारी की . अर्धशिक्षित लोगों एवं युवाओं को ऐसी उत्तेजक एवं तीखी बातें ज्यादा आकर्षित करती हैं .भारतीय राजनीति में नकारात्मकता लोगों को जल्दी एकजुट करने का हथियार है. बिना मुस्लिम-इसाई के भारतीय जनता पार्टी की मजबूती कहाँ? बहुजन समाज पार्टी के लिए सवर्ण का होना जरुरी था और कुछ ऐसा ही सभी क्षेत्रीय पार्टियों के लिए है. न चाहकर भी ऐसा करना ही पड़ता है. दूसरी जाति के मुकाबले में खुद की जाति को गोलबंद करना आसान हो जाता है .ADVERTISEMENTनेतृत्व के लिए यह मार्ग सहज है और बदले कुछ करना भी नही पड़ता क्योंकि भावनात्मक रूप से जुड़े लोग काम-काज, विकास और अधिकार के आधार पर जुड़ते भी नही बल्कि खुद अपना समय और संशाधन लगाते हैं| मनोवैज्ञानिक रूप से जाति के लोग इस बात से संतुष्ट हो जाते हैं कि हमारी जाति एवं नेता का नाम तो हो रहा है. ऐसा वातावरण बनता है कि जनता स्वयं संगठन और नेतृत्व को समर्पित कर देती है. ऐसे हालत में शोषण को भी लोग अवसर और सम्मान समझते हैं.बहुजन समाज पार्टी कि शुरुआत सवर्ण को सामने रख कर किया गया. कार्यकर्ता एवं समर्थक को कहा गया कि सत्ता के लिए काम करो. समर्थक तन-मन-धन से जुट गए. नारों में अधिकार देखने लगे एवं भाषण में ...More Related News