
'बस दो सेकंड की गड़बड़ी से फेल हुआ SSLV रॉकेट', ISRO चीफ ने माना
AajTak
सिर्फ दो सेकेंड की गड़बड़ी ने 7 अगस्त को लॉन्च हुए SSLV रॉकेट के परफॉर्मेंस को बिगाड़ दिया था. ये बात ISRO चीफ एस. सोमनाथ ने बताई है. वो चेन्नई में एक इंटरव्यू में इसरो के भविष्य और नए रॉकेट के असफल होने पर बात कर रहे थे. उन्होंने गगनयान पर भी कई जानकारियां शेयर की.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 7 अगस्त 2022 को देश का नया रॉकेट स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (Small Satellite Launch Vehicle - SSLV) लॉन्च किया था. लेकिन रॉकेट पूरी तरह से सफल नहीं हो पाया. उसने दोनों सैटेलाइट्स को गोलाकार कक्षा में डालने के बजाय अंडाकार कक्षा में डाल दिया था. इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने इसकी वजह बताई.
एस. सोमनाथ ने कहा कि रॉकेट एक्सेलेरोमीटर में दो सेकेंड के लिए कुछ गड़बड़ी आ गई थी. जिसकी वजह से रॉकेट ने दोनों सैटेलाइट्स EOS-2 और AzaadiSAT को 356 किलोमीटर की गोलाकार कक्षा के बजाय 356x76 किलोमीटर की अंडाकार कक्षा में डाल दिया था. अब ये सैटेलाइट्स किसी काम के नहीं बचे. क्योंकि इनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है. ये गड़बड़ी एक सेंसर के फेल होने की वजह से हुई. जिससे रॉकेट की दिशा और गति अंतिम समय में बदल गई.
एक्सेलेरोमीटर और सेंसर संभालते और नियंत्रित करते हैं रॉकेट की गति
SSLV तीन स्टेज का रॉकेट जो पूरी तरह से सॉलिड प्रोपेलेंट पर चलता है. यह 500 किलोग्राम वजन तक के सैटेलाइट्स को कक्षा में तैनात करने के लिए बनाया गया है. इसरो चीफ ने कहा कि हम सभी वैज्ञानिक कई तरह की असफलताओं के लिए तैयार रहते हैं. किसी भी मिशन में सफलता और असफलता को एकसाथ एक बराबर देखा जाता है. एक्सेलेरोमीटर और उसके सेंसर्स रॉकेट की गति पर नजर रखते हैं. उसे नियंत्रित करते हैं.
रॉकेट में लगे कंप्यूटर को गड़बड़ पता चली, बचाव कार्य शुरू हुआ
एक्सेलेरोमीटर को अगर फेल होना होता तो वह लॉन्च के समय भी हो सकता था. लेकिन उसने रॉकेट को सही से काफी ऊपर तक पहुंचाया. लेकिन उसके बाद उसकी गणनाओं में कुछ बदलाव आ गया. तीन स्टेज के रॉकेट में तीसरे स्टेज पर सैटेलाइट होता है. दूसरे स्टेज से अलग होते ही इसमें वो गड़बड़ी दो सेकेंड के लिए दर्ज की गई. रॉकेट में लगे इंटर्नल कंप्यूटर को इसका अहसास हुआ. तो उसने साल्वेजिंग ऑपरेशन यानी उसने बचाव प्रक्रिया शुरू कर दी.

यूपी के बरसाना और नंदगांव में होली का त्योहार अद्भुत तरीके से मनाया जाता है. लड्डू मार होली और लट्ठमार होली यहां के प्रमुख आकर्षण हैं. राधा जी के मंदिर लाडली जी मंदिर में लड्डू मार होली होती है. इसके अलावा लट्ठमार होली में महिलाएं लाठियों से पुरुषों को मारती हुई दिखती हैं. इस वीडियो में देखिए बरसाना-नंदगांव की होली.

झारखंड के पलामू में हुए एनकाउंटर में कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू की मौत के बाद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट किया है. अनमोल ने अमन को अपना भाई बताते हुए लिखा कि जल्द ही सबका हिसाब होगा. अनमोल बिश्नोई पहले से ही मुंबई के बाबा सिद्दीकी हत्याकांड और सलमान खान के घर फायरिंग मामले में वांटेड है.

यूपी के बरसाना और नंदगांव में होली का त्योहार अद्भुत तरीके से मनाया जाता है. लड्डू मार होली और लट्ठमार होली यहां के प्रमुख आकर्षण हैं. राधा जी के मंदिर लाडली जी मंदिर में लड्डू मार होली होती है. इसके अलावा लट्ठमार होली में महिलाएं लाठियों से पुरुषों को मारती हुई दिखती हैं. इस वीडियो में देखिए बरसाना-नंदगांव की होली.

महाराष्ट्र के पालघर में एक सूटकेस से महिला का कटा हुआ सिर मिलने से सनसनी फैल गई. यह घटना पिरकुंडा दरगाह के पास हुई, जहां कुछ स्थानीय बच्चों ने लावारिस सूटकेस को देखा था. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी. फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है, जो सबूत इकट्ठा करने में जुटी हुई है.

लद्दाख के कारगिल में शुक्रवार तड़के 5.2 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके झटके जम्मू-कश्मीर तक महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, यह भूकंप सुबह 2:50 बजे आया और इसकी गहराई 15 किलोमीटर थी. झटके इतने तेज थे कि लोगों की नींद खुल गई और कई लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए. हालांकि, अभी तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है.

बॉलीवुड के 'परफेक्शनिस्ट' आमिर खान अपना 60वां जन्मदिन (14 मार्च ) मना रहे हैं, लेकिन क्या आपको उनके 90s के कुछ अनदेखे किरदार याद हैं? कभी गैंगस्टर, कभी क्रिकेटर तो कभी संपेरा.. आमिर ने अपने शुरुआती दौर में ऐसे किरदार निभाए जिन्हें देखकर पहचानना मुश्किल होगा! तो चलिए एक नजर डालते हैं 'मिस्टर परफेक्शनिस्ट' के अनदेखे किरदारों पर!