बरसात का मौसम लंबा खिंचने से अभी टला नहीं है इन सीजनल बीमारियों का खतरा, जानिए बचने के उपाय
ABP News
भारत में मानसून का आनंद आम तौर से जुलाई और सितंबर के बीच तक लिया जाता है. ये मौसम जितना सुहाना लगता है, उतना ही बीमारियों और संक्रमण के लिए हमें संवेदनशील बनाता है तो इनसे इस तरह बचाव कर सकते हैं.
इस बार बरसात का मौसम लंबा होने की वजह से आपको ज्यादा सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है. मानसून में सर्दी, खांसी, फूड पॉइजनिंग, दस्त, बुखार जैसी समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है. तापमान में अचानक बदलाव जुकाम और बुखार के लिए हमें ज्यादा संवेदनशील बनाता है. बरसात का मौसम बीमारी फैलाने वाले रोगाणुओं और वायरस के लिए जाना जाता है. उसका हमारी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. मानसून की आम बीमारियों में इंफ्लुएंजा, हैजा, टायफॉयड, हेपेटाइटिस ए, डेंगू, मलेरिया और वायरल फीवर हैं. इसलिए बीमारियों की चपेट में आने से पहले बचने के उपाय जानना जरूरी है.
बरसात में होनेवाली बीमारियां और बचने के उपाय